लखनऊ (ब्यूरो)। शहर में अब तीसरी ही नहीं बल्कि चौथी आंख से भी क्राइम पर निगरानी रखी की जा रही है। यह चौथी आंख आसमान में किसी बाज की तरह मंडराते लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के ड्रोन कैमरों की है। क्राइम कंट्रोल व निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे यानि तीसरी आंख पर पुलिस को काफी भरोसा है, पर चौथी आंख यानि ड्रोन कैमरे न केवल निगरानी में उपयोगी साबित हो रहे हैं बल्कि क्राइम की वारदात रोकने में भी मददगार हैं। कमिश्नरेट में पांचों सर्किल में हर दिन ड्रोन कैमरों से मुख्य मार्ग, बाजार व संदिग्ध एरिया में निगरानी की जा रही है।

पांचों सर्किल में रखी जा रही निगरानी

डीसीपी सेंट्रल अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि पांचों सर्किल में एक-एक ड्रोन कैमरे के साथ उसे ऑपरेट करने वाली स्पेशल टीम भी रहती है, जिन्हें ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग दी गई है। हर दिन ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी जाती है, जिसे दिन में दो बार उड़ाया जाता है। शाम 5 से 7 के बीच सर्किल के मुख्य मार्ग व बाजारों में ट्रैफिक समस्या व महिला अपराध संबंधित वारदात को लगाम लगाने के लिए ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है।

रूफटॉप की चेकिंग में मददगार

वीवीआईपी मूवमेंट हो या फिर त्योहार व संवेदनशील एरिया में चेकिंग, ड्रोन कैमरे काफी मददगार साबित हो रहे हैं। रूफटॉप की चेकिंग ड्रोन कैमरे से आसानी से की जा सकती है। वहीं, शहर में ट्रैफिक समस्या व जाम की शिकायत होने पर ड्रोन से न केवल निगरानी की जा रही है, बल्कि समस्या को खत्म करने का काम भी किया जा रहा है।

अपराधियों को दबोचने में मददगार ड्रोन

डीसीपी सेंट्रल अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि ड्रोन कैमरे की मदद से दो दिन पहले बंथरा एरिया में अवैध शराब का कारोबार करने वाले अपराधियों को पकड़ा गया है। कई बार पुलिस की गश्त के दौरान अपराधी दूर से सर्तक हो जाते हैं और मौके से भाग निकलते हैं, जबकि ड्रोन कैमरे से उनके स्पॉट की सही लोकेशन मिलती है और पुलिस उन्हें गिरफ्तार भी कर रही हैै।

सभी जोन में ड्रोन कैमरों से हर दिन निगरानी की जा रही है। ये वीवीआईपी मूवमेंट के अलावा ट्रैफिक समस्या के साथ कई तरह के अपराध पर नियंत्रण रखने में काफी मदद साबित हो रहे हैं।

-अपर्णा रजत कौशिक, डीसीपी सेंट्रल