लखनऊ (ब्यूरो)। चारबाग में जाम खत्म करने के लिए मेट्रो रूट पर सिटी बसों के साथ ई-रिक्शा का संचालन रोका जाएगा। इसके लिए जल्द मंडलायुक्त की अध्यक्षता में बैठक आयोजित होगी। यातायात व्यवस्था में कई अन्य बदलाव भी किए जाने की तैयारी है। सिटी बस प्रबंधन और आरटीओ कार्यालय के अधिकारी मिलकर रणनीति तैयार कर रहे हैं।

यात्रियों के सफर पर नहीं होगा असर
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, एयरपोर्ट से लेकर मुंशी पुलिया तक तकरीबन मेट्रो रूट 23 किमी का है। इस रूट पर 21 मेट्रो स्टेशन मौजूद हैं। मेट्रो में रोजाना 80 हजार से अधिक यात्री सफर कर सकते हैं, जबकि अब तक अधिकतम 60 हजार यात्रियों ने ही सफर किया है। मौजूदा समय में इसकी राइडरशिप अधिकतम 42 हजार ही है। वहीं, इस रूट पर तकरीबन 46 बसें और 15 हजार से अधिक ई-रिक्शा दौड़ रहे हैं। ऐसे में, मेट्रो रूट पर सिटी बसों और ई-रिक्शा का संचालन बंद होने से यात्रियों के सफर की सुविधा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। यहां से हटाए जाने पर ई-रिक्शा और सिटी बसों को नए इलाकों में संचालित किया जाएगा।

मुख्य मार्गों पर भी बंद होंगे ई-रिक्शा
परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, शहर के मुख्य मार्गों पर भी ई-रिक्शा का संचालन प्रतिबंधित किया जाएगा। इन्हें सिर्फ सम्पर्क मार्गों पर चलने की छूट दी गई है। सबसे पहले कानपुर रोड पर स्कूटर इंडिया से फैजाबाद रोड स्थित बीबीडी अकादमी के मध्य ई-रिक्शा नहीं चलेंगे। इसके अलावा चारबाग से रकाबगंज, रकाबगंज से अमीनाबाद, मुंशी पुलिया से पॉलीटेक्निक चौराहा, बालू अड्डा से पॉलीटेक्निक चौराहा के बीच ई-रिक्शा को चलने की छूट नहीं होगी।

मेट्रो रूट से सिटी बसों को हटाने के लिए पहले भी बैठक हो चुकी है, लेकिन अभी तक इस पर निर्णय नहीं हुआ है। यदि इस रूट से बसों को हटाया जाएगा, तो उन्हें अन्य जगहों पर चलाया जाएगा।
पल्लव बोस, एमडी, सिटी बस प्रबंधन

चारबाग में जाम खत्म करने के लिए ई-रिक्शा को मुख्य मार्ग से हटाना होगा। वहां सिटी बसों का संचालन किया जाना चाहिए। ई-रिक्शा को सिर्फ मोहल्लों और कालोनियों में चलने की छूट होगी।
संदीप कुमार पंकज, आरटीओ प्रवर्तन, लखनऊ