- 36 सीटों पर होगा चुनाव

- वोटिंग के फौरन बाद होगी काउंटिंग, शाम तक आ जाएंगे सारे रिजल्ट

LUCKNOW: प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए गुरुवार को वोट डाले जाएंगे। यह चुनाव 36 जिलों में संपन्न कराया जाएगा। 38 जिलों में पहले ही उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं। जबकि नोएडा में चुनाव नहीं कराया जा रहा है। राज्य निर्वाचन आयोग के अपर आयुक्त वेद प्रकाश वर्मा का कहना है कि कुछ जिलों से शिकायतें मिली थीं, उनका समाधान कर लिया गया है। इन डायरेक्ट इलेक्शन होने की वजह से उम्मीद है कि शांतिपूर्ण मतदान संपन्न होगा। उन्होंने बताया कि वोटिंग खत्म होते ही काउंटिंग शुरू हो जाएगी और शाम तक सभी रिजल्ट आ जाएंगे।

कई जिले हैं चुनौतीपूर्ण

चुनाव आयोग के साथ जिला प्रशासन के लिए भी कई जिले चुनौतीपूर्ण हैं। इसमें बिजनौर, प्रतापगढ़, मथुरा, गोरखपुर, उन्नाव, चंदौली, मुजफ्फरनगर, फतेहपुर, मेरठ, मुरादाबाद जैसे जिले शामिल हैं। यहां सपा की लड़ाई बीएसपी और बीजेपी से है। वहीं बिजनौर में सपा के बागी नेता उदयनवीरा चुनावी मैदान में हैं। वह समाजवादी पार्टी की नीलम पारस को टक्कर दे रहे हैं। प्रशासन के लिए यह जिला काफी चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि सपा ने इस सीट को प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है। वजह यह है कि उसी की विधायक रूचिवीरा के पति उदयनवीरा ने अपनी पार्टी से बगावत कर दी और सपा ने उन्हें निष्कासित करते हुए पूर्व मंत्री मनोज पारस की पत्‍‌नी नीलम पारस के जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए टिकट दे दिया।

निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव के दिये निर्देश

जिन जिलों में गुरुवार को वोट डाले जाएंगे वहां के अधिकारियों को मुख्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने जरूरी दिशा निर्देश जारी किये हैं। उन्होंने जिलाधिकारियों से हर हाल में निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान व मतदान के बाद मतगणना कराये जाने के निर्देश दिये हैं। इस चुनाव में 36 जिलों में 77 प्रत्याशी मैदान में हैं। इन सीटों पर कम से कम दो और अधिक से अधिक तीन प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। 36 में से 31 सीट पर दो-दो कैंडीडेट हैं जबकि पांच सीटों पर तीन-तीन कैंडीडेट हैं। जिला पंचायत चुनाव के लिए एक जनवरी को पर्चा दाखिला किया गया था। कुल 143 जिला पंचायत सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के लिए पर्चा दाखिल किया था। इसमें दो कैंडीडेट का पर्चा खारिज हो गया था और 26 लोगों ने नाम वापस ले लिया था।