लखनऊ (ब्यूरो)। अंतत: प्रदेश के तीन करोड़ से अधिक बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिल गई है, जो बिजली कर्मियों की हड़ताल समाप्ति की घोषणा के तौर पर आई। सरकार और विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के बीच हुई वार्ता के बाद रविवार शाम को अंतत: हड़ताल समाप्त हो गई। हड़ताल समाप्ति के साथ ही बिजली कर्मियों पर दर्ज मुकदमे भी वापस होंगे साथ ही कर्मचारियों को बर्खास्त करने का फैसला भी वापस लिया गया है। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने निर्देश दिए हैैं कि जहां कहीं भी बिजली व्यवधान है, उसे तत्काल दूर किया जाए।

शाम 3 बजे हुई घोषणा

रविवार शाम करीब तीन बजे विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति एवं अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने कार्य बहिष्कार एवं हड़ताल को वापस ले लिया। 16 मार्च गुरुवार को रात 10 बजे से शुरू हुई 72 घंटे की हड़ताल समयावधि पूरी होने से सात घंटे पहले ही समाप्त हो गई। हड़ताल कुल 65 घंटे तक चली।

तीसरे दौर की वार्ता में नतीजा

ऊर्जा मंत्री और हड़ताल में शामिल संगठनों के पदाधिकारियों के बीच हड़ताल को समाप्त करने के लिए तीसरे दौर की वार्ता जल निगम के फील्ड हॉस्टल संगम में सुबह 10 बजे होनी थी, लेकिन समय से वार्ता शुरू नहीं हो सकी। इसके बाद करीब 2.30 बजे ऊर्जा मंत्री की अध्यक्षता में वार्ता हुई, जिसमें यूपीपीसीएल के चेयरमैन एम देवराज, प्रबंध निदेशक उत्पादन एवं वितरण पी गुरु प्रसाद, प्रबंध निदेशक यूपीपीसीएल पंकज कुमार भी मौजूद रहे।

मुझे सुबह से उम्मीद थी

वार्ता के दौरान ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सुबह से ही उम्मीद थी कि नागरिकों को परेशानी से बचाने के लिए हड़ताल खत्म हो जाएगी। किसी प्रकार से इस स्थिति तक पहुंचे और हड़ताल में शामिल कर्मियों एवं संगठनों को जनता के दु:ख-दर्द का एहसास हुआ और उन्होंने आखिरकार सरकार की बात मानी। उन्होंने संघर्ष समिति के पदाधिकारियों एवं अन्य संगठनों के सदस्यों से कहा कि अभी से ही सभी हड़ताली कर्मचारी तत्काल अपने कार्यस्थल पर लौटें और अपने कार्यदायित्वों का पूरी तरह से निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि बिजली आपूर्ति पूरी तरह से बहाल है फिर भी प्रदेश में कहीं पर भी यदि विद्युत व्यवधान किसी कारण से अभी बना हो तो उसे शीघ्र दूर करने का प्रयास किया जाये।

सभी मुकदमे वापस होंगे

ऊर्जा मंत्री ने संघर्ष समिति को आश्वस्त किया कि कार्य बहिष्कार एवं हड़ताल के दौरान बिजली कर्मियों द्वारा आवश्यक सेवा अनुरक्षण अधिनियम (एस्मा) के उल्लंघन, बिजली आपूर्ति बाधित एवं क्षतिग्रस्त करने पर उनके खिलाफ दर्ज ऐसे सभी मुकदमों को वापस लिया जायेगा। इस दौरान बर्खास्त किये गये सभी कर्मचारियों को दोबारा बहाल किया जायेगा। इसके लिए उन्होंने यूपीपीसीएल के चेयरमैन को निर्देश दिये कि हड़ताल के दौरान कर्मियों पर की गयी सभी कार्यवाही को स्थगित करने की प्रक्रिया पूरी की जाए, वार्ता के दौरान उन्होंने बिजली कर्मियों को यह भी आश्वासन दिया कि तीन दिसंबर 2022 को उनके साथ किये गये समझौते की मांगों को वार्ता के माध्यम से सुलझाने का प्रयास किया जायेगा। यह भी कहा कि उस समझौते में से कुछ मांगों को पूरा कर लिया गया है तथा कुछ पर विचार-विमर्श किया जा रहा है।

कर्मियों ने काम करना शुरू किया

हड़ताल समाप्ति के बाद बिजली कर्मी अपनी अपनी जगह वापस लौट गए और जहां भी बिजली संकट संबंधी समस्या थी, उसे दूर करने के लिए कवायद भी शुरू कर दी। इसका सीधा फायदा उन उपभोक्ताओं को मिला, जो पिछले दो दिन से बिजली संकट संबंधी समस्या का सामना कर रहे थे।