- इमरजेंसी में बेड के लिए 6-8 घंटा का लंबा इंतजार

- रोजाना दूसरे अस्पताल रेफर किए जा रहे मरीज

LUCKNOW: बलरामपुर अस्पताल के इमरजेंसी ब्लॉक के फुल होने से मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। दरअसल, इमरजेंसी ब्लॉक को होल्डिंग एरिया बनाया गया है। ऐसे में जब तक मरीज की कोरोना रिपोर्ट नहीं आ जाती है उन्हे वार्ड में शिफ्ट नहीं किया जाता है। इसकी वजह से नए मरीजों का लोड बढ़ने से दिक्कतें बढ़ रही हैं।

6-8 घंटे की वेटिंग

बलरामपुर अस्पताल के इमरजेंसी ब्लॉक को होल्डिंग एरिया बनाया गया है। यहां पर करीब 55 बेड की क्षमता है। रोजाना यहां केजीएमयू, लोहिया समेत अन्य अस्पतालों से करीब 30 से अधिक मरीज रेफर किये जाते हैं, लेकिन इमरजेंसी होल्डिंग एरिया अधिकतर समय फुल ही चल रहा है। करीब 6-8 घंटे में इमरजेंसी में भर्ती मरीजों की कोविड रिपोर्ट आती है, जिसके बाद ही मरीजों को संबंधित वार्ड में शिफ्ट किया जाता है। ऐसे में आने वाले दूसरे मरीजों को इमरजेंसी ओपीडी में रोका जाता है। इमरजेंसी ओपीडी में करीब छह से आठ घंटे तक बेड खाली न होने की वजह से उन्हे इलाज नहीं मिल पाता है।

कोट

इमरजेंसी पर दूसरे संस्थानों के रेफरल केसेज का बहुत अधिक लोड है। वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर वार्ड नंबर 11 में मरीज भेज दिए जाते हैं। कोविड रिपोर्ट आने बाद उन्हें विभाग में शिफ्ट किया जाता है।

- डॉ। आरके गुप्ता, सीएमएस बलरामपुर अस्पताल