- केजीएमयू बना रहा स्पेशल इमरजेंसी टीम, 10 किमी के दायरे में दी जाएगी सुविधा

LUCKNOW: जल्द केजीएमयू के आसपास होने वाली दुर्घटनाओं पर स्पेशल इमरजेंसी टीम मौके पर पहुंचकर इलाज करेगी, ताकि गोल्डन ऑवर में मरीज की जान बचाई जा सके। इसके लिए केजीएमयू प्रशासन एक इमरजेंसी टीम बनाकर उसे ट्रेनिंग देने का काम कर रहा है। यह जानकारी वीसी ले.जन। बिपिन पुरी ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी।

स्पेशल ट्रॉमा टीम

अपने कार्यकाल के छह माह पूरे होने पर वीसी ने बताया कि प्री-हॉस्पिटल केयर ट्रॉमा के तहत कार्ययोजना बनाई जा रही है। जिसमें संस्थान से 10 किमी के दायरे में अगर कोई दुर्घटना होती है तो ट्रॉमा से एक स्पेशल इमरजेंसी टीम मौके पर जाकर घायल का इलाज करेगी। इस काम में ट्रैफिक डिपार्टमेंट का भी सहयोग लिया जाएगा, ताकि रोड खाली कराई जा सके। इसके लिए टीम को ट्रेनिंग देकर तैयार किया जा रहा है।

शुरू होगी रोबोटिक सर्जरी

वीसी ने बताया कि संस्थान में रोबोटिक सर्जरी शुरू करने की कवायद चल रही है, अभी यह सुविधा सिर्फ पीजीआई में है। दा विंची रोबोटिक मशीन के लिए शासन को लिखा गया है। वहीं आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक के लिए एकेटीयू से एमओयू किया जाएगा। जिससे बेहतर मेडिकल सुविधाएं मिल सकें।

अंडरपास के लिए प्रपोजल

अक्सर लारी कार्डियोलॉजी से ट्रामा या मुख्य परिसर में जांच या रेफर होने पर तीमारदार, मरीज को स्ट्रेचर पर सड़क के रास्ते ले जाते है। इसे देखते हुए लारी से ट्रामा के बीच अंडरपास बनाने की कवायद होगी। जिसका प्रपोजल बनाने के लिए कहा गया है। वहीं परिसर में एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए फ्री गोल्फ कार्ट सुविधा मिलेगी।

रेफरल सिस्टम की दरकार

वीसी ने बताया कि एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल मरीज को रेफर करने से पहले रेफरल प्रोटोकॉल सिस्टम का प्रस्ताव दिया गया था। जिसके तहत किसी भी अस्पताल में रेफर करने से पहले वहां बेड की जानकारी और रेफर करने का कारण आदि समेत कई जानकारी देनी होगी। ताकि बेड की कमी के चलते मरीज यहां-वहां न भटकें। शासन स्तर पर इस दिशा में कुछ नहीं हो रहा है।

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शव वाहन की बुकिंग काउंटर पर

संस्थान के पास अपना एक भी शव वाहन नहीं है। अब कैंपस में शव वाहन काउंटर बनाया जाएगा। जहां हर समय चार से पांच शव वाहन खड़े रहेंगे। किराया किमी के हिसाब से होगा और गरीबों को सुविधा फ्री दी जाएगी।