- सप्ताह में दो दिन शनिवार व रविवार को ली जाएगी वालंटियर्स से हेल्प

- स्पेशल पुलिस अफसर का दिया जाएगा कार्ड, स्पेशल ट्रेनिंग भी दी जाएगी

mayank.srivastava@inext.co.in

LUCKNOW :

शहर के ट्रैफिक को कंट्रोल करने के ट्रैफिक पुलिस एक 'पहल' सारथी स्कीम लेकर आई है। इसमें लखनऊ ट्रैफिक पुलिस कॉलेज के स्टूडेंट्स, इंजीनियरिंग के पास आउट को ट्रैफिक वालंटियर्स के लिए चुनेगी। उन्हें स्पेशल ट्रेनिंग देने के साथ एसपीओ (स्पेशल पुलिस अफसर) का आईडी कार्ड भी दिया जाएगा। ताकि वह अपने आप को विशेष महसूस कर ट्रैफिक मैनेजमेंट के काम को जिम्मेदारी कर सके।

दो सौ छात्र होंगे वालंटियर्स

डीसीपी ट्रैफिक डॉ। ख्याति गर्ग ने कहा कि 'सारथी परियोजना' के तहत शहर के ट्रैफिक मैनेज करने के लिए 200 से अधिक स्टूडेंट्स को शामिल किया जाएगा। उनसे वालंटियर्स के रूप में काम लिया जाएगा और उन्हें इसके लिए एक आईडी कार्ड भी दिया जाएगा। पहले उन्हें ट्रेनिंग भी दी जायेगी, फिर हफ्ते में दो दिन ट्रैफिक का मैनेज कराया जाएगा।

यूथ को जोड़ने के पीछे दो उद्देश्य होंगे

स्कीम का उद्देश्य दो तरह से हैं। पहले शहर में ट्रैफिक को मैनेज करना है जहां हर तीन महीने के बाद सड़कों पर प्रेशर रहा है। एक रोड पर दस हजार से ज्यादा वाहनों को लोड है। दूसरा सड़कों के सिग्नल और सुरक्षा के बारे में ज्ञान प्रदान करना हैं। वालंटियर्स के रुप में इंजीनियरिंग ग्रेजुएट पास आउट स्टूडेंट्स को जोड़ा जाएगा, ताकि वे इसके बारे में जान सकें और उन लोगों को भी सिखा सकें जो उनके संपर्क में आते हैं। ट्रैफिक पुलिस द्वारा एक उचित पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। जिसके आधार पर इन वालंटियर्स को प्रशिक्षित किया जाएगा।

एसपीओ का दिया जाएगा कार्ड

डीसीपी ने कहा उन्हें बुनियादी ट्रैफिक मूवमेंट को संभालने, ग्रीन कॉरिडोर बनाने, वीवीआईपी स्कॉ‌र्ट्स, असेंबली, आम चुनावों, बैंड्स, त्योहारों, क्रिकेट मैचों से निपटने के बारे में ट्रेन किया जाएगा। वह सप्ताह में दो बार मुख्य रूप से शनिवार और रविवार को ट्रैफिक मैनेजमेंट करेंगे और एक बार जब वे ट्यून हो जाते हैं तो उनकी उपलब्धता के अनुसार ट्रैफिक पुलिस के साथ साथ नियमित दिनों पर ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए मदद ली जाएगी।

'सारथी परियोजना' के तहत शहर के ट्रैफिक मैनेज करने के लिए 200 से अधिक स्टूडेंट्स को शामिल किया जाएगा। उनसे वालंटियर्स के रूप में काम लिया जाएगा और उन्हें इसके लिए एक आईडी कार्ड भी दिया जाएगा।

डॉ। ख्याति गर्ग, डीसीपी, ट्रैफिक