लखनऊ (ब्यूरो)। हड़ताल के दौरान उप्र पावर ऑफिसर्स एसोसिएशन समेत अन्य संगठनों ने सरकार का साथ दिया, जिससे उपभोक्ताओं को बिजली संकट का अधिक सामना नहीं करना पड़ा। वहीं, हड़ताल समाप्त होने संबंधी कदम का उक्त सभी संगठनों ने स्वागत किया है।

ऊर्जा मंत्री के समक्ष रखेंगे समस्याएं

हड़ताल समाप्त होने के बाद उप्र पावर ऑफिसर्स एसोसिएशन की बैठक हुई। जिसमें पहले तो उन सभी का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने हड़ताल के दौरान बिजली व्यवस्था बेहतर बनाए रखने में सहयोग किया। संगठन का कहना है कि सभी सदस्यों की जो भी समस्याएं होंगी, उन्हें ऊर्जा मंत्री और पावर कारपोरेशन के चेयरमैन के समक्ष रखा जाएगा। पावर ऑफिसर्स एसोसिएशन के कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा, उपाध्यक्ष एसपी सिंह, पीएम प्रभाकर, महासचिव अनिल कुमार, सचिव आरपी केन, संगठन सचिव रामबरन ने कहा कि उन्होंने हड़ताल के दौरान जो वादा किया था, उसे बनाए रखा। हड़ताल के दौरान उपभोक्ताओं को परेशान नहीं होने दिया गया।

कंट्रोल रूम रहा एक्टिव

हड़ताल के दौरान डिस्कॉम स्तर पर कंट्रोल रूम भी बनाया गया था। इसके साथ ही टोल फ्री 1912 के माध्यम से आने वाली शिकायतों का भी निस्तारण किया जा रहा था। शनिवार रात डीएम सूर्यपाल गंगवार ने खुद फैजुल्लागंज सबस्टेशन में जाकर फीडर चालू कराए थे। वहीं, उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष के नंबर पर भी हड़ताल के दौरान पूरे प्रदेश से तीन हजार से अधिक बिजली संकट संबंधी कॉल आए। जिसके बाद उक्त समस्याओं का भी निस्तारण कराया गया।

कई जगहों पर दिखा असर

हड़ताल की वजह से गुरुवार रात से रविवार दोपहर तक प्रदेश के कई शहरों विशेषकर गांव क्षेत्र में बिजली समस्या रही। राजधानी लखनऊ में फैजुल्लागंज, पारा इत्यादि एरिया में बिजली संकट की समस्या तो आई लेकिन उसे दूर किया गया। प्रयागराज से जुड़े इलाकों में लोगों को बिजली संकट का ज्यादा सामना करना पड़ा।