लखनऊ (ब्यूरो)। सीएसआईआर-सीडीआरआई ने देश के वैज्ञानिकों इंजीनियरों, शोधकर्ताओं के सम्मान और उनकी उपलब्धियों को याद करने के लिए सोमवार को प्रौद्योगिकी दिवस मनाया। इस दौरान भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण पर चर्चा हुई। सीडीआरआई की निदेशक डॉ। राधा रंगराजन ने मुख्य अतिथि डॉ। मंजिरी बाकरे और डॉ। धनंजय देंदुकुरी का स्वागत किया। कार्यक्रम के समन्वयक, डॉ। अतुल गोयल और डॉ। आशीष अरोड़ा ने वक्ताओं का परिचय दिया।

15 प्रतिशत को ही कीमो की जरूरत

कार्यक्रम के दौरान ओंकोस्टेम डायग्नोस्टिक लिमिटेड की संस्थापक व सीईओ डॉ। मंजिरी बाकरे ने मेड इन इंडिया, नव-पद्धति परीक्षणों की निर्णय लेने में भूमिका पर चर्चा की। डॉ। मंजिरी बाकरे ने कीमोथेरेपी की प्रासंगिकता पर सवाल उठाया। उन्होंने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर के 95 प्रतिशत रोगी कीमोथेरेपी से गुजरे हैं, जबकि मात्र 15 प्रतिशत को ही इसकी जरूरत होती है। कीमोथेरेपी के अत्यधिक उपयोग से शारीरिक और वित्तीय हानि होती हैं। अत: इस कीमोथेरेपी की प्रक्रिया को अपनाने से पहले व्यक्ति को उचित रोग निदान परीक्षण (प्रोग्नोस्टिक्स) और वैकल्पिक तरीकों पर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने अपने उत्पाद कैनअसिस्ट-ब्रेस्ट (सीएबी) के बारे में जानकारी दी। अचिरा लैब्स प्राइवेट लिमिटेड के सह-संस्थापक और सीईओ डॉ। धनंजय देंदुकुरी ने कोविड के बाद की दुनिया में माइक्रोफ्लूडिक प्रौद्योगिकियों के माध्यम से देखभाल परीक्षण के बिंदु (पॉइंट ऑफ केयर) पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि माइक्रोफ्लूडिक प्रौद्योगिकियां सरल एवं सस्ती परीक्षण समाधान के रूप में उभरी हैं। जो आज की जरूरत को पूरा करने में सक्षम हैं। कार्यक्रम का समापन डॉ। संजीव यादव ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया।

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इनोवेशन की ट्रेनिंग देंगे आईआईटी स्टूडेंट्स

आईआईटी-कानपुर के स्टूडेंट्स क्लास 9 से 12वीं तक के स्टूडेंट्स को साइंस में इनोवेशन की ट्रेनिंग देंगे। यह ट्रेनिंग प्रदेश के 10 माध्यमिक स्कूलों को दी जाएगी। इसमें लखनऊ का भारतीय ग्र्रामीण विद्यालय महोना भी शामिल है। कार्यक्रम की शुरुआत सोमवार से की गई। यह कार्यक्रम ऑनलाइन रूरल एजुकेशन इनीशिएटिव के तहत शुरू किया गया है, जिसके तहत स्कूल के स्टूडेंट्स को ऑनलाइन पढ़ाया जाएगा। कार्यक्रम के तहत आईआईटी-कानपुर के बीटेक स्टूडेंट्स साइंस और मैथ्स की विश्व स्तरीय क्लासेस चलाएंगे। यह क्लासेस ऑनलाइन होंगी और स्टूडेंट्स के लिए इंटरैक्टिव सेशन होंगे जिसमें वह सवाल पूछ कर अपनी जिज्ञासा शांत कर सकेंगे। यह क्लासेस यूट्यूब पर भी उपलब्ध होंगी। क्लासेस हिंदी में चलाई जाएंगी।