2 लाख वाहन रोज यहां से गुजरते

8 विभागों को दी गई जिम्मेदारी

9 बिंदुओं पर तैयार होगी रिपोर्ट

10 नवंबर तक सौंपी जाएगी रिपोर्ट

- आठ विभाग मिल कर यहां पर जाम हटवाने के लिए जुटेंगे

- निगरानी के लिए लगेंगे कैमरे, लगातार होगा अनाउंसमेंट

LUCKNOW:

पॉलीटेक्निक चौराहे से गुजरने वालों को अब जाम में नहीं फंसना होगा। यहां जाम को खत्म करने की तैयारियां शुरू हो गई है। इसकी कमान परिवहन निगम के एमडी डॉ। राजशेखर ने कमान संभाली है। उनके साथ आठ विभागों के अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस चौराहें पर सभी तरह के वाहनों का ठहराव प्रतिबंधित किया जाएगा। इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई।

दो लाख वाहन गुजरते हैं

हजरतगंज के बाद राजधानी का सबसे अधिक व्यस्त चौराहा पॉलीटेक्निक चौराहा है। यहां से रोजाना छोटे-बड़े वाहनों को मिलाकर तकरीबन दो हजार वाहन गुजरते हैं। यहां जाम की समस्या का सबसे बड़ा कारण गोरखपुर रूट के लिए चलने वाली बसें हैं। पैसेंजर्स के लिए डग्गामार के साथ ही रोडवेज बसें पॉलीटेक्निक चौराहें पर खड़ी होती हैं और जाम लग जाता है।

आठ विभागों को जिम्मेदारी

यहां जाम खत्म करने के लिए आठ विभागों को जिम्मेदारी दी गई है जो नौ बिंदुओं पर अपनी रिपोर्ट तैयार कर दस नवंबर को परिवहन निगम के एमडी को सौपेंगे। मुख्य अभियंता पीडब्लूडी, अपर जिला मजिस्ट्रेट ट्रांस गोमती, अपर नगर आयुक्त, आरटीओ, क्षेत्राधिकारी यातायात, क्षेत्राधिकारी पुलिस, प्रबंध निदेशक सिटी ट्रांसपोर्ट, क्षेत्रीय प्रबंधक लखनऊ क्षेत्र परिवहन निगम को यहां पर जाम हटाने के लिए जिम्मेदारी दी गई है।

नहीं खड़े होंगे वाहन

पॉलीटेक्निक चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस सीसीटीवी लगाकर आठ सप्ताह तक चौराहे पर नजर रखेगी। चौराहे के आसपास किसी तरह के वाहन को खड़े होने की अनुमति नहीं होगी। पॉलीटेक्निक चौराहें से रोजाना 70 बसें लखनऊ टांडा मार्ग पर चलती है। इन बस मालिकों से बात कर इनकी बसों के साथ रोडवेज अनुबंध करेगा।

पॉलीटेक्निक चौराहे से जाम खत्म करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है। यहां पर किसी तरह के वाहनों को खड़े होने की छूट नहीं होगी।

आरके मंडल, एमडी सिटी बस प्रबंधन

ऐसे खत्म करेंगे जाम

- कोई वाहन चौराहे पर नहीं होगा खड़ा

- ऐसे वाहनों को अधिकारी तुरंत हटवाएंगे

- आलमबाग से शहीद पथ होकर पॉलीटेक्निक चौराहा आने वाली बसें लोहिया चौराहे से एचएएल बस स्टाप पहुंचेंगी और यहां से फैजाबाद और गोरखपुर रवाना होंगी।

- चौराहे की दोनों दिशाओं में बने यात्री बस शेल्टर पर बसों का ठहराव सुनिश्चित होगा।

- चौराहे से एचएएल जाने वाले बड़े वाहनों को रोकने के लिए हाईट गेज लगेगा।