लखनऊ (ब्यूरो)। वजीरगंज के फातिमा हाउस मस्जिद के पास हसन अकबर अपने परिवार संग रहते हैं। उनके मुताबिक कोविड के दौरान उनकी नौकरी चली गई। सोशल मीडिया पर वह नौकरी की तलाश में लगे थे। इस बीच फेसबुक पर उनकी दोस्ती एक युवती से हुई। युवती ने अपना नाम फ्रांस निवासी डोवीना रेचल बताया। दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ। एक दिन अकबर ने युवती से अपनी नौकरी के संबंध में बात की। इस पर युवती ने अकबर को फ्रांस में नौकरी दिलाने की बात कही। इस पर युवती ने एक एजेंट का नंबर दिया और वीजा और अन्य दस्तावेज के लिए बात करने के लिए कहा। उसने दिए गए नंबर पर फोन किया तो एजेंट ने कागजी कार्रवाई के नाम पर 8835 रुपये एक खाते में जमा करवा लिए।

हरियाणा व बेंगलुरू के दो खातों में ट्रांसफर हुआ पैसा
हसन के पास दूसरे एजेंट का फोन आया। उसने भी कहने पर 21 हजार रुपये एक खाते में जमा करवा। एजेंट ने 6 दिन के अंदर वीजा मिलने की बात कही। देखते ही देखते एक माह का समय गुजर गया पर पीड़ित को वीजा नहीं मिला। इस पर पीड़ित ने आरोपी युवती से फेसबुक पर संपर्क करने का प्रयास किया तो संपर्क नहीं हो सका। छानबीन करने पर हसन को पता चला कि उसके साथ ठगी हुई है। आरोपियों ने हरियाणा और बेंगलुरु के दो खातों में रुपये जमा करवाए थे। ठगी का शिकार हुए अकबर ने अपने इस मामले में वजीरगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है।