लखनऊ( ब्यूरो)। ऐशबाग श्रीरामलीला मैदान में रामोत्सव के पहले दिन आरती एंड रिचा ग्रुप की प्रस्तुति, नृत्य नाटिका और विभु बाजपेई के निर्देशन में स्तुति नृत्य प्रस्तुत किया गया। इसके बाद कोलकता के नाट्य गुरु भास्कर बोस के निर्देशन में रामलीला की विधिवित शुरुआत भगवान विष्णु वंदना के साथ हुई। इससे पहले श्रीराम भवन में कलश पूजन और चरित्र पूजन किया गया। मंचन के पहले दृश्य में दिखाया गया कि रावण के अत्याचार से परेशान देवता भगवान विष्णु की आराधना करते हैं। मंचन के अगले सोपान में श्रीराम जन्म, बाललीला, आश्रम से राजमहल में चारों राजकुमारों का आगमन, अयोध्या में विश्वामित्र का आगमन, ताड़का वध, मारीच सुबाहु वध और अहिल्या उद्धार लीला कलाकारों द्वारा मंचित की गई।
राक्षसी सेना का आतंक
दूसरी ओर मौसमगंज रामलीला समिति की ओर से डालीगंज में चल रही रामलीला के दूसरे दिन गुरुवार को लीला मंच पर रावण की राक्षसी सेना का अत्याचार से लीला दर्शाई गई। रावण के अत्याचार से हर कोई परेशान है। यहां तक की साधू संतों पर घोर अत्याचार हो रहा है। इससे परेशान ऋषिगण देवलोक पहुंचे और देवताओं से प्राणरक्षा की विनती की। देवताओं ने भगवान राम ही रावण के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने की बात बताई। अध्यक्ष घनश्याम अग्रवाल ने बताया कि शुक्रवार को अहिल्या उद्धार, गंगावतरण, जनक बाजार, फुलवारी लीला का मंचन होगा।