लखनऊ (ब्यूरो)। सत्यप्रकाश गाजीपुर के रेवतीपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि नौ साल पहले मधु का विवाह शशिभूषण के साथ किया था। शादी के बाद से शशिभूषण, उसकी मां शकुंतला के अलावा शैलेंद्र, बेबी गुप्ता, वरुण गुप्ता व अन्य लोग बेटी को मारपीट कर प्रताड़ित करते थे। इससे बेटी इतना परेशान हो गई कि उसने अपने ढाई वर्षीय और आठ वर्षीय बेटों के साथ ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। पति व ससुराल वाले दहेज की भी मांग भी करते थे। बेटी की खुशी के लिए उनकी कई छोटी-मोटी मांगें पूरी भी की। डेढ़ साल पहले इन लोगों ने मारपीट कर बेटी को भगा दिया था। आठ माह तक बेटी मायके में रही थी।
यह है पूरा मामला
शुक्रवार सुबह मधु गुप्ता छोटे बेटे को गोद में लेकर बड़े बेटे को महानगर स्थित सीएमएस स्कूल छोड़ने के बहाने घर से लेकर निकली थी। इसके बाद वह फातिमा क्राङ्क्षसग के पास पहुंची और वहां ट्रेन का इंजन आते देख दोनों बच्चों के साथ कूद गई। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई थी।