- सादगी से मनाया गया गुरु अर्जन देव का 458 वां प्रकाश पर्व

LUCKNOW

सिखों के पांचवे गुरु श्री गुरु अर्जन देव महाराज का प्रकाश पर्व सोमवार को गुरुद्वारों में श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस दौरान हुए सभी कार्यक्रमों का ऑनलाइन प्रसारण किया गया।

शबद गायन किया

शहीदों के सरताज, शांति के पुंज सिखों के पांचवें गुरु अर्जन देव का प्रकाश पर्व ज्ञानी सुखदेव सिंह द्वारा सरबत के भले की अरदास करते हुए श्री गुरु सिंह सभाए ऐतिहासिक गुरुद्वारा नाका हिंडोला में मनाया गया। सुबह का दीवान सुखमनी साहिब के पाठ से दीवान आरंभ हुआ। जिसमें हजूरी रागी भाई राजिंदर सिंह ने अपनी मधुरवाणी में गुरु अर्जन सच सिरजन हारा, जपउ जिन अरजन देव गुरु फिर संकट जोनि गरभ न आयउ। शबद कीर्तन गायन किया। मुख्य ग्रंथी ज्ञानी सुखदेव सिंह ने गुरु अर्जन देव के जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन सतपाल सिंह मीत ने किया। दीवान की समाप्ति के बाद कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिह बग्गा ने समूह संगत को प्रकाश पर्व की बधाई दी और नगर की संगत से अपील की कि कोविड गाइड लाइन का पालन करें और घर में ही गुरु जी की बाणी श्री सुखमनी साहिब का पाठ कर इस पर्व को मनाएं।

ऑनालाइन हुआ प्रसारण

ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी यहियागंज में भी प्रकाश पर्व श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। दीवान की शुरुआत हेड ग्रंथि ज्ञानी परमजीत सिंह द्वारा सुखमनी साहब का पाठ किया गया। इसके बाद हजूरी रागी द्वारा शबद कीर्तन हुआ एवं दीवान की समाप्ति पर अरदास हुई। गुरुद्वारा सचिव मनमोहन सिंह हैप्पी ने बताया कि करोना महामारी को देखते हुए लॉकडाउन एवं प्रशासन की गाइड लाइन के अनुसार समस्त कार्यक्रम गुरुद्वारा साहब के हेड ग्रंथि एवं सेवादारों द्वारा संपन्न कराए गए। कार्यक्रम का ऑनलाइन प्रसारण किया गया। डॉ। गुरमीत सिंह ने कहाकि गुरु अर्जन देव का जीवन हम सबके लिए मार्गदर्शक है, जो हमें जिंदगी जीने का तरीका सिखाता है।