लखनऊ (ब्यूरो)। नए वोटर्स को राहत देने के लिए ही यह कदम उठाया गया है। इस बार 35 हजार से अधिक नए वोटर्स सामने आए हैैं। ऐसे में जिला निवार्चन के अधिकारियों का पूरा प्रयास यही है कि किसी भी मतदाता को कोई परेशानी न हो खासकर मतदान केंद्र ढूंढने में। वहीं दूसरी तरफ वोटिंग प्रतिशत भी बढ़ाना है, ऐसे में इस बिंदु को ध्यान में रखते हुए भी कई कदम उठाए जा रहे हैैं।

डोर टू डोर होगी नॉकिंग
मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए डोर टू डोर नॉकिंग अभियान भी शुरू होने जा रहा है। इसके अंतर्गत घर-घर जाकर मतदाताओं को शत प्रतिशत वोट डालने संबंधी अपील की जाएगी। मुख्य रूप से फोकस फस्र्ट टाइम वोटर्स पर रहेगा। इसके साथ ही 21 से 30 एज ग्रुप वाले वोटर्स और सीनियर सिटीजन पर भी खासा फोकस किया जाएगा।

मतदान केंद्र में बेहतर सुविधाएं
मतदान केंद्रों में आने वाले मतदाताओं को बेहतर सुविधाएं मिलें, इसके लिए भी कदम उठाए जा रहे हैैं। एक तरफ तो यह पहले ही निर्णय लिया जा चुका है कि कई मतदान केंद्र ऐसे बनाए जाएंगे, जो पर्यावरण संरक्षण का संदेश देंगे, वहीं दूसरी तरफ यह भी कवायद की जा रही है कि कई मतदान केंद्रों में सोलर पैनल भी लगाए जाएंगे, जिससे ऊर्जा संरक्षण की दिशा में भी कवायद की जा सके।

सफाई पर भी ध्यान
मतदान केंद्र स्वच्छ रहें, इसके लिए भी प्लानिंग की जा रही है। वोटिंग शुरू होने से पहले सभी मतदान केंद्रों को स्वच्छ रखने के लिए व्यापक सफाई अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही मतदान केंद्रों में प्रॉपर डस्टबिन भी रखे जाएंगे, जिससे कहीं भी वेस्ट न नजर आए। अगर कोई मतदाता अपना मास्क वगैरह फेंकता है तो उसके निस्तारण के लिए अलग से इंतजाम किए जाएंगे। जिससे सभी मतदाताओं को कोविड संक्रमण से सेफ रखा जा सके।

गरुण एप की जानकारी
मतदाताओं को गरुण एप की जानकारी दी जा रही है। जिससे मतदाताओं के मन में मतदान केंद्रों की लोकेशन को लेकर कोई कंफ्यूजन न रहे। एप की अन्य जानकारियों से भी मतदाताओं को रुबरु कराया जा रहा है। ई वोटर एप के बाबत भी मतदाताओं को जानकारी दी जा रही है। इस एप के माध्यम से वोटर अपने वोटर आईकार्ड समेत कई बिंदुओं के बारे में आसानी से जानकारी हासिल कर सकता है। अगर वोटर आईकार्ड से रिलेटेड कोई समस्या है तो उसे भी इस एप के माध्यम से दर्ज कराए जाने के साथ ही उसका निस्तारण भी कराया जा सकता है।