लखनऊ (ब्यूरो)। महानगर थाना क्षेत्र के न्यू हैदराबाद के फायर शालीमार ओयेल अपार्टमेंट के पांचवे फ्लोर पर शुक्रवार शाम आग लग गई। फ्लैट नंबर 501 में लगी आग से चारों ओर धुआं फैल गया। अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने वहां से भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियों ने आग पर काबू पाया।

चारों तरफ फैला धुआं

हादसा शुक्रवार शाम करीब 6.44 बजे का है। फायर कंट्रोल रूम पर सूचना मिली कि न्यू हैदराबाद के शालीमार ओयेल अपार्टमेंट में आग लगी है। चारों तरफ धुआं भर गया है। हजरतगंज फायर एफएसओ रामकुमार रावत टीम के साथ मौके पर पहुंचे। आग 501 नंबर फ्लैट में लगी थी, जोकि प्रभु नारायण दत्त सिंह का है। इसके बाद अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों को घटनास्थल से हटाया गया। धुआं काफी था, धुएं से बचते हुए अंदर जाकर देखा कि बेड व गद्दे में खिड़की व दरवाजे में आग लगी थी।

स्पार्किंग से लगी आग

एफएसओ के पूछताछ करने पर ओनर ने बताया कि कमरे में हीटर जल रहा था। जिसकी स्पार्किंग से आग लग गई। आग लगने के समय सभी लोग दूसरे कमरे में थे, धुआं उठने के बाद आग के बारे में पता चला। समय रहते आग पर काबू पा लिया गया। इस आग में गद्दा, बेड, खिड़की, दरवाजा समेत अन्य सामान जलकर राख हो गया।

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दारोगा समेत सिपाही पर धोखाधड़ी का केस दर्ज

कपड़ा कारोबारी का आजमगढ़ से अपहरण कर लखनऊ लाने के बाद उसके साथ मारपीट व लूटपाट के आरोपी दारोगा अनुराग द्विवेदी पर एक और एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि हसनगंज थाना क्षेत्र निराला नगर चौकी इंचार्ज अनुराग ने पुलिस के काम के लिए कार डीलर से गाड़ी ली थी, जिसे अबतक वापस नहीं लौटाया गया है। मामले में हसनगंज थाना पुलिस ने तत्कालीन चौकी इंचार्ज अनुराग समेत सिपाही यूसुफ पर धोखाधड़ी की धाराओं में एफआईआर दर्जकर जांच शुरू कर दी है।

नवंबर में दी थी गाड़ी

पुलिस को दी तहरीर में लिटिल दुबे ने बताया कि वह मूलरूप से अंबेडकर नगर के थाना क्षेत्र जैतपुर में रहते हैं। वर्तमान में निरालानगर में बेस्ट डील फोर व्हील के नाम से कारोबार करते हैं। यहां पर नई-पुरानी गाड़ियों की खरीद-फरोख्त की जाती है। आरोप है कि 26 नवंबर 2023 को निराला नगर चौकी इंचार्ज अनुराग द्विवेदी ने पुलिस कार्य के लिए उनसे गाड़ी मांगी। जिसके बाद उन्होंने चौकी से आए यूसुफ नाम के सिपाही को बलेरो गाड़ी दी गई। रजिस्टर में यूसुफ के हस्ताक्षर भी हैं। इसके बाद वाहन अबतक वापस नहीं मिला है और न ही उसका कुछ पता चल पा रहा है। पीड़ित ने बताया कि इसके पहले भी कई बार उनसे गाड़ी मांगी गई थी। हसनगंज थाना प्रभारी का कहना है कि शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मामले की छानबीन की जा रही है।