लखनऊ (ब्यूरो)। अमेठी जिले में एक सीएनजी स्कूल वैन में आग लगने से 6 बच्चों के झुलसने की घटना के बाद राजधानी में फायर डिपार्टमेंट सक्रिय हो गया है। फायर विभाग ने शहर के सभी स्कूलों को एक एडवाइजरी जारी की है। जिसमें कहा गया है कि स्कूली बच्चों को लाने ले जाने वाले सीएनजी व्हीकल्स में फायर फाइटिंग सिस्टम लगा होना सुनिश्चित किया जाए। फायर विभाग स्कूलों में जाकर न केवल उन्हें अवेयर करेगा बल्कि सीएनजी वाहनों की चेकिंग भी करेगा।

फायर फाइटिंग सिस्टम न होने पर होगी कार्रवाई

सीएफओ मंगेश कुमार ने बताया कि स्कूल मैनेजमेंट को एडवाइजरी जारी करने के साथ ही सभी फायर स्टेशंस के एफएसओ अपने-अपने क्षेत्र में स्थित स्कूलों में जाकर मैनेजमेंट को सीएनजी व्हीकल्स को लेकर अवेयर करेंगे। बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर उन व्हीकल में फायर फाइटिंग सिस्टम को भी चेक किया जाएगा। जिन व्हीकल में कमियां होगी उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए रिपोर्ट तैयार कर आरटीओ को सौंपी जाएगी। बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले ऐसे व्हीकल ओनर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गाड़ी को सीज किया जाएगा।

सीएनजी व्हीकल में हो फायर एक्सटिंग्विशर

सीएफओ ने बताया कि स्कूल वैन हो या प्राइवेट गाड़ी, जो भी सीएनजी से संचालित होती है उसमें फायर एक्सटिंग्विशर होना जरूरी है। फायर एक्सटिंग्विशर गाड़ी में ऐसी जगह होना चाहिए जहां से ड्राइवर उसे आसानी से निकाल सके और आपात स्थिति में उसका यूज कर आग लगने पर कंट्रोल कर सके। इसके अलावा सीएनजी वाहनों, खास तौर पर स्कूल में चलने वाले व्हीकल में खानापूर्ति के लिए फायर एक्सटिंग्विशर लगा लेते है, लेकिन उसकी मियाद खत्म होने के बाद उन्हें बदला नहीं जाता है। न ही उसे चलाने की उन्हें ट्रेेनिंग मिली है। फायर डिपार्टमेंट स्कूली सीएनजी व्हीकल के ड्राइवर्स को फायर एक्सटिंग्विशर चलाने की ट्रेनिंग भी देगा।

राजधानी के सभी स्कूलों को एडवाइजरी जारी की गई है कि सीएनजी स्कूल व्हीकल पर फायर फाइटिंग सिस्टम जरूर लगा होना चाहिए। इसके लिए अवेयरनेस प्रोग्राम के साथ चेकिंग भी की जाएगी। जिन व्हीकलस पर फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं होगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

-मंगेश कुमार, चीफ फायर ऑफिसर