- जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे सैंपल

- शासन को भेजी गई जानकारी, टीमें अलर्ट मोड पर

LUCKNOW: देश के 12 राज्यों में अब तक करीब 50 से अधिक कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के केस सामने आ चुके हैं। राजधानी में भी कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के खतरे ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है, हालांकि यूपी में अभी वायरस के इस रूप का कोई मामला सामने नहीं आया है। वहीं रेलवे ने रैंडम सैंपलिंग में पांच लोगों में संक्रमण की पुष्टि की है और इनकी जानकारी शासन को भेज दी गई है। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप और एयरपोर्ट पर जांच संख्या बढ़ाने के साथ ही सर्विलांस टीमों को और अलर्ट कर दिया गया है।

कराई जाएगी जिनोम सिक्वेंसिंग

डिप्टी सीएमओ डॉ। मिलिंदवर्धन ने बताया कि गुरुवार को रेलवे में 800 लोगों की सैंपलिंग की गई, जिसमें पांच की आरटीपीसीआर रिपोर्ट शुक्रवार को पॉजिटिव आई है। ये पांचों यात्री खड़गपुर के हैं। इनमें से किसी में भी कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं। इन सभी की ट्रैवल हिस्ट्री निकाली जा रही है। कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिए टीमों को लगा दिया गया है। जरूरत पड़ने पर इनके सैंपल जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे।

पांच हजार लोगों पर रखी जा रही नजर

डॉ। मिलिंद वर्धन ने बताया कि कोरोना की आशंकित तीसरी लहर को देखते हुए सर्विलांस टीमें बढ़ा दी गई हैं। रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप और एयरपोर्ट पर रोज 13 सौ से 14 सौ यात्रियों की जांच कराई जा रही है। सभी होटलों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने यहां रुकने वालों की छह दिन की हिस्ट्री की जानकारी सीएमओ ऑफिस को अनिवार्य रूप से दें। करीब 5 हजार लोगों पर कोविड कमांड कंट्रोल सेंटर से नजर रखी जा रही है। जो भी लोग बाहर से प्रदेश में आ रहे हैं, 10 दिनों तक टीमें उन पर नजर रख रही हैं।

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तीसरी लहर से निपटने की तैयारी

- दूसरे प्रदेश से आने वालों पर 10 दिनों तक रखी जा रही नजर

- पांच हजार लोगों पर कोविड कंट्रोल रूप से रखी जा रही नजर

- करीब 14 सौ यात्रियों की रोज की जा रही है जांच

- होटलों को देनी होगी रुकने वालों की छह दिन की ट्रैवल हिस्ट्री

कोट

पांच रेल यात्री कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दे दी गई है। सर्विलांस टीमों को बढ़ाने के साथ सैंपलिंग भी बढ़ा दी गई है।

डॉ। मिलिंदवर्धन, डिप्टी सीएमओ