Lucknow News: लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए की ओर से लोहिया पार्क में पांच मंजिला बर्ड सेंटर डेवलप किया जाना है। इसकी जिम्मेदारी किसी प्राइवेट कंपनी को दी जाएगी। उसके संचालन की जिम्मेदारी भी कंपनी की होगी। एलडीए की ओर से लोहिया पार्क में स्पेस दिया जाएगा।
पहला बर्ड सेंटर होगा
अभी तक राजधानी में कहीं भी इतना बड़ा बर्ड सेंटर नहीं है। जब यह लोहिया पार्क में डेवलप हो जाएगा तो साफ है कि पब्लिक का बेहतर रिस्पांस देखने को मिलेगा। इस बर्ड सेंटर के कांसेप्ट को लाने की वजह यही है कि लोहिया पार्क में सुबह और शाम के वक्त हजारों लोग वॉक के लिए जाते हैैं। इसके साथ ही यह पार्क एलडीए के बड़े पार्कों में से एक है, इस वजह से यहां पर हाईटेक सुविधाओं को डेवलप किया जाना है।
सभी प्रजातियों के पक्षी
इस बर्ड सेंटर में सभी प्रजातियों के पक्षी रखे जाने की तैयारी है। हालांकि इसके बारे में अंतिम निर्णय जल्द ही लिया जाएगा। यह भी देखा जाएगा कि कौन से पक्षी लोहिया पार्क के माहौल में खुद को एडजस्ट कर सकते हैैं, जिसके बाद ही उन पक्षियों को यहां लाया जाएगा।
रोज गार्डेन पर काम शुरू
एलडीए की ओर से गोमतीनगर स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क में रोज गार्डेन पर भी काम शुरू करा दिया गया है। अभी तक यहां पर 400 से अधिक प्रजाति के गुलाब लगाए जा चुके हैैं। अब एलडीए की ओर से तीन अन्य पार्कों में भी रोज गार्डेन के कांसेप्ट को लाया जा रहा है। इन पार्कों में लोहिया पार्क, जॉगर्स पार्क और आशियाना स्थित जोनल पार्क शामिल हैैं। यहां पर भी जनेश्वर मिश्र पार्क की तर्ज पर रोज गार्डेन डेवलप कर उसमें विभिन्न प्रजातियों के गुलाब लगाए जाएंगे।
कई अन्य डेवलपमेंट वर्क भी
एलडीए की ओर से कई पार्कों में पब्लिक की सुविधा के लिए विकास कार्य भी कराए जाने की तैयारी की गई है। पार्कों में साफ सफाई व्यवस्था बेहतर करने के साथ ही बैठने की व्यवस्था, लाइटिंग व्यवस्था, आकर्षक कलाकृतियां (वेस्ट से बनी), ग्रीनरी, वॉकिंग ट्रैक इत्यादि को भी डेवलप किया जाएगा। हाल में ही एलडीए की ओर से जोनल पार्क में विकास से जुड़े कई कार्य कराए गए हैैं, जिसका सीधा फायदा पब्लिक को मिल रहा है।
लोहिया पार्क में पांच मंजिला बर्ड सेंटर डेवलप किया जाएगा। इसके साथ ही लोहिया पार्क समेत दो अन्य पार्कों में रोज गार्डेन की भी सुविधा मिलेगी। इस बाबत कार्ययोजना तैयार की जा चुकी है और जल्द ही उक्त योजनाओं को इंप्लीमेंट कर दिया जाएगा।
डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए