- बिना लाइसेंस के पटाखों के भंडारण से खड़े हुए सवाल

- पुलिस पटाखों के विस्फोट की बात से करती रही इंकार

- हर साल इलाके में होती है घटना, कई लोगों की हो चुकी मौत

LUCKNOW : पारा में बीते पांच साल से हर साल दीपावली से पहले एक हादसा जरूर होता है। आलमनगर से लेकर बुद्धेश्वर, काकोरी मोड़ के आस-पास हर साल अवैध पटाखों से एक हादसा होता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह क्रम बीते पांच साल से लगातार चल रहा है। हादसे में एक या दो लोगों की मौत भी होती है।

किराना दुकान में बिक रहा था पटाखा

विजय गुप्ता की किराना की थोक दुकान है। उसकी दुकान में अवैध रूप से पटाखों का भी कारोबार चलता था। स्थानीय लोगों के साथ-साथ दुकान के मृतक नौकर सुशील की पत्नी ने भी आरोप लगाया है कि दुकान में पटाखों का भंडारण किया गया। दीपावली के चलते हर साल की तरह कई दिनों से इसकी तैयारी चल रही थी। यह धमाका सिलेंडर का नहीं बल्कि अवैध पटाखों का है। पुलिस ने जांच के लिए मकान के मलबे को साफ कराया, लेकिन सिलेंडर के टुकड़े नहीं मिले। हालांकि दुकान से निकले मलबे में पटाखे जरूर मिले हैं।

क्यों छिपा रही पुलिस धमाके का कारण

पारा पुलिस धमाके के कारण को अवैध पटाखा की जगह सिलेंडर बता रही है। धमाका अवैध पटाखों के चलते हुआ है इसे पुलिस कई घंटे तक छिपाने में जुटी रही। बिना लाइसेंस के दुकान में पटाखों का भंडारण के साथ-साथ बिक्री की जा रही थी। इसका खुलासा होने पर पारा पुलिस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। पारा के कई इलाके में अवैध पटाखों की बिक्री व भंडारण कई जगह पर हैं।

धमाके के बाद घर में फंसे लोगों को पड़ोसियों ने निकाला

किराना दुकान में विस्फोट के बाद दुकानदार विजय की पत्नी पूजा व बेटी अंजली और भाई बबलू की पत्नी संगीता, बेटी गौरी व बेटा प्रिंस दूसरी मंजिल पर फंस गए थे। बबलू के मुताबिक विस्फोट के धूल छा जाने और दीवारें गिरने से घर में चीखपुकार मच गई। परिजनों को पड़ोसियों की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला। पीछे के हिस्से की छत को भी नुकसान होता तो बड़ा हादसा हो सकता था।

विस्फोट की घटना सीसी कैमरे में कैद

विस्फोट की घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस ने दुकान में लगे डीवीआर को कब्जे में ले लिया है। पुलिस के मुताबिक फुटेज से विस्फोट कैसे और किसमें हुआ के बारे में जानकारी मिल सकती है।

देखने वालों की भीड़ से ओवर ब्रिज पर लगा जाम

धमका होने के बाद देखने वालों की भीड़ से रेलवे ओवर ब्रिज पर जाम लग गया। इससे एनडीआरएफ की बस व जेसीबी जाम में फंस गई। जिन्हें पुलिस ने एक तरफ का ट्रैफिक रोककर रास्ता दिया।