लखनऊ (ब्यूरो)। काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआईआर) की देश में 37 लैब्स काम कर रही हैं। अब सीएसआईआर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग के जरिए मानव और मशीन का इस्तेमाल कर नए-नए शोधों पर काम करेगा। ये बातें शुक्रवार को सीएसआईआर-सीमैप के 'वन वीक वन लैब' प्रोग्राम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च की डायरेक्टर जनरल डॉ। नल्लथंबी कलईसेल्वी ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से बातचीत के दौरान कहीं

मिलेट्स को भी बढ़ावा देना है

डॉ। एन कलईसेल्वी ने कहा कि भारत सरकार मिलेट्स या मोटे अनाज पर जोर दे रही है। हमारी एक लैब सीएफटीआरआई मिलेट्स की नोडल है, जो इससे जुड़े प्रोडक्ट्स लॉन्च कर रही है। हम दूसरी लैबों को भी मिलेट्स से जुड़े शोधों को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। लखनऊ में सीएसआईआर की एग्रो बेस्ड लैब मिलेट्स क्रांति में अहम भूमिका निभा सकती हैं। इसके अलावा डायबिटीज पेशेंट के लिए यह कैसे उपयोगी होगा इस पर भी काम हो रहा है।

वैल्यू एडिशन पर फोकस

सीएसआईआर की कई लैब्स एरोमा मिशन से जुड़ी हैं, जो किसानों की आय को दोगुना कर रही हंै। कई ऐसी एरोमैटिक क्रॉप हैं, जिनका तेल निकालने के बाद उसके अवशेष को दूसरे प्रोडक्ट बनाने में यूज कर सकते हैं। कई किसान वैल्यू एडिशन पर फोकस कर रहे हैं।

महिलाओं के लिए साइंस बेस्ट सब्जेक्ट

डॉ। कलईसेल्वी ने कहा कि मैं यह कह सकती हूं कि महिलाएं या लड़कियां कभी भी साइंस को बतौर करियर अपना सकती हैं। इसके अलावा यूपी के यंग ग्रैजुएट्स पर हमारा फोकस है। वह साइंस के लिहाज से रॉ मटीरियल हैं। दो सीएसआईआर लैब बीटेक प्रोग्राम कर रही हैं, इसमें एक लेदर टेक्नोलॉजी है और दूसरी हेट्रो केमिकल टेक्नोलॉजी। आईडीडीपी प्रोग्राम पीजीए पीएचडी और डॉक्टर प्रोग्राम है।

सीमैप ने किया करार

'वन वीक वन लैब' प्रोग्राम के दौरान डीजी ने किसानों के एरोमा मिशन से जुड़े अनुभव सुनें और उनके साथ ऐसे ही जुड़े रहने की बात कही। मौके पर सीमैप और उत्तराखंड स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नॉलजी के बीच एमओयू भी साइन हुआ।

हर्बल वेपोराइजर रूम फ्रेशनर लॉन्च

कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि ने रूम फ्रेशनर हर्बल वैपोराइजर एरो क्लीन को लॉन्च किया। इसके अलावा पूर्वाेत्तर राज्यों के किसानों के लिए कल्टीवेशन प्रोसेसिंग एंड मार्केटिंग ऑफ सुटेबल एरोमॉटिक क्राप्स की पुस्तिका भी रिलीज की।

ये लोग रहे मौजूद

कार्यक्रम के दौरान सीमैप के निदेशक डॉ। प्रबोध कुमार त्रिवेदी, आईआईटीआर के निदेशक डॉ। भास्कर नारायण, सीडीआआई के निदेशक डॉ। राधा रंगराजन और एनबीआरआई के निदेशक डॉ। अजीत शासने आदि मौजूद रहे।