- डीआरडीओ में शाम सात बजे तक 51 हुए भर्ती, 40 मरीज को रास्ते में किया गया रजिस्टर्ड

- एंबुलेंस को चार नंबर गेट से दी जा रही एंट्री, रेड जोन में किसी को भी जाने की अनुमित नहीं

LUCKNOW: अवध शिल्पग्राम में सेना के अटल बिहारी वाजपेयी कोरोना हॉस्पिटल में मरीजों की भर्ती और इलाज शुरू हो चुका है। हालांकि बुधवार देर शाम तक 12 मरीजों को आईसीयू में भर्ती किया गया था। वहीं गुरुवार दोपहर में आईसीयू में एडमिट पेशेंट संख्या बढ़कर 34 हो गई जबकि दोपहर 2 बजे तक 25 और पेशेंट को कोविड कमांड सेंटर से भेज गया जबकि यहां पर सिर्फ उन्हीं पेशेंट को लिया जा रहा है जो प्रदेश सरकार के इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर से भेजे जा रहे हैं। वहीं आईसीसी द्वारा रिफर 40 पेशेंट को अस्पताल पहुंचने से पहले ही रजिस्टर्ड कर भर्ती की प्रक्रिया को पूरा किया गया ताकि कोरोना मरीज के इलाज में देरी न हो सके।

सिर्फ क्रिटिकल और सुपरक्रिटिकल मरीज भर्ती हो रहे

अटल बिहारी वाजपेयी कोरोना हॉस्पिटल में गुरुवार को देखने को मिला कि कई ऐसे पेशेंट यहां पहुंचे जिनको आईसीसी द्वारा नहीं भेजा गया था। इस पर अधिकारियों ने उनको समझा बुझाकर वापस भेजा गया। उन्होंने बताया कि आईसीसी से भेजे गए पेशेंट को ही यहां पर लिया जा रहा है। हॉस्पिटल कोरोना के क्रिटिकल और सुपरक्रिटिकल पेशेंट को ही भर्ती कर रहा है।

सिर्फ कोरोना की दवा दे रहे

लखनऊ के एक पेशेंट के परिजन इस बात को लेकर परेशान दिखे कि पेशेंट पहले से कार्डियक की दवा लेता है जब परिजनों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल में सिर्फ कोरोना की दवाएं मौजूद हैं, जिसके कारण हम लोग परेशान हैं। हॉस्पिटल के अधिकारियों ने बताया कि कोई दिक्कत की बात नहीं है डॉक्टर उचित प्रकार से इलाज करेंगे और सभी दवाएं मौजूद हैं।

एंबुलेंस की एंट्री गेट नंबर 4 से

कोरोना मरीजों के लिए गेट नंबर 4 को रिजर्व कर दिया गया है, जहां से एंबुलेंस की एंट्री हो रही है। गेट नंबर चार से लेकर एडमिन और ट्राइएज ऑफिस तक चारों तरफ से घेर कर रेड जोन और ग्रीन जोन में बदल दिया गया है। रेड जोन में किसी को भी बिना पीपीई किट पहने एंट्री नहीं दी जा रही है। यहां तक की हॉस्पिटल का स्टाफ , जो गैर मेडिकल स्टाफ है उनको भी रेड जोन में जाने की अनुमति बिल्कुल नहीं है। रेड जोन के तहत आईसीयू, जनरल वार्ड, मेडिसिन सेंटर, लैब और टेस्टिंग सेंटर आदि बनाया गया है।

पौष्टिक भोजन और नाश्ता फ्री

अस्पताल परिसर में फूडमैन विशाल सिंह लोगों को ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर उपलब्ध करा रहे हैं। इसके लिए वह तड़के सुबह लग जाते हैं और देर रात 1 बजे तक लोगों की सेवा में जुटे रहते हैं। सुबह नाश्ते में चाय के साथ पोहा, ब्रेड कटलेट और मूंगफली के मखाने दिए जा रहे हैं। वहीं लंच में दाल, सब्जी, चावल रोटी सलाद के साथ कभी रसगुल्ला तो कभी गुण मीनू में रखा गया है। इसी तरह रात को 8 बजे से 12 बजे रात तक चलने वाले डिनर का मीनू तैयार किया गया है। हालांकि कोरोना पेशेंट के ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के लिए अलग से कैंटीन बनाई गई है, जहां पर पेशेंट की जरूरत के अनुसार फल, जूस, लिक्विड डाइट की व्यवस्था की गई है।

एक हुआ डिचार्ज, तीन की मौत

पहले दिन ही देर शाम तक करीब 100 पेशेंट आ चुके थे तो एक पेशेंट को ठीक होने पर डिस्चार्ज भी कर दिया गया जबकि आईसीसी से भेजे गए मरीजों में तीन ऐसे मरीज थे जो अस्पताल पहुंचने के बाद भर्ती होने से पहले ही अपना दम तोड़ चुके थे।

पेशेंट के पहुंचने से पहले आ जाता है मैसेज

इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर पर जैसे ही किसी पेशेंट को दर्ज किया जाता है और उसे डीआरडीओ भेजा जाता है। पेशेंट के अस्पताल में पहुंचने से पहले ही डीआरडीओ के एडमिन ऑफिस और ट्राईएज ऑफिस को इंफॉर्मेशन पहुंच जाती है। ट्राईएज ऑफिस में ही पेशेंट का पूरा ब्यौरा दर्ज कर लिया जाता है। यहां के इंचार्ज आकाश सिंह ने बताया कि आईसीसी में दर्ज होते ही पेशेंट के यहां आने से पहले ही इंफॉर्मेशन मिल जाती है और हम मेडिकल स्टाफ को इंफॉर्म कर देते हैं, जिससे इलाज में देरी नहीं होती। आमतौर पर पेशेंट के आने के बाद पेपर वर्क हुआ करता है, जिसमें समय बर्बाद होता है, लेकिन यहां पर ऑनलाइन माध्यम से यह कार्य पेशेंट के पहुंचने से पहले पूरा कर लिया जाता है।

यहां पर करें संपर्क

- कंट्रोल रूम के नंबर 0522-4523000 पर संपर्क कर मरीज की देनी होगी जानकारी।

- अस्पताल के समन्वयक और कमांडेंट ब्रिगेडियर जीसी गुलाटी के मोबाइल नंबर 9519109253, रजिस्ट्रार कर्नल समीर मेहरोत्रा के नंबर 9519109283 पर तीमारदार अस्पताल में भर्ती की स्थिति, अस्पताल में बेड की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त कर चाहते हैं

- डीआरडीओ अस्पताल में बनी हेल्प डेस्क के नंबर 9519109239 और 9519109240 पर भी संपर्क कर सकता है।