- दो युवकों ने झील व नहर में कूदकर की थी आत्महत्या

- तीन घर से लापता थे, परिजन व पुलिस कर रही थी तलाश

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रुष्टयहृह्रङ्ख : राजधानी में मंगलवार को चार अलग-अलग जगह पर चार युवकों के शव मिले। शव मिलने से पुलिस के भी होश उड़ गए। चार शव में से पुलिस ने तीन की शिनाख्त कर ली हालांकि चौथे की पहचान नहीं हो सकी। जिन तीन युवकों की पहचान हुई है उनकी परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस अब उनकी मौत की वजह तलाश रही है।

केस नंबर एक-

पांच दिन से लापता था

11 मार्च से लापता आनंद विहार तकरोही निवासी अरुण कुमार तिवारी का शव इंदिरा नहर से बरामद किया गया। चिनहट कोतवाली में तैनात दारोगा अजय शर्मा के मुताबिक अरुण का उनकी पत्‍‌नी मौसमी से बच्चों की पढ़ाई को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद अरुण घर से स्कूटी लेकर निकल गए थे। जब वह रात तक घर नहीं लौटे तो उनकी खोजबीन की गई। उसका कुछ पता नहीं चला। घरवालों ने इंदिरानगर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। छानबीन के दौरान 13 मार्च को अरुण की स्कूटी बाराबंकी के माती गांव में मिली थी।

केस नंबर दो-

कठौता झील में कूदकर दी थी जान

मंगलवार को जुग्गौर में इंदिरा नहर रेगुलेटर में शव उतराता देख लोगों ने पुलिस को सूचना दी। गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकाला गया, जिसकी शिनाख्त अरुण कुमार के रूप में हुई। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। चौकी कस्बा बीट इंचार्ज ने बताया कि एक अज्ञात युवक ने कठौता झील में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। छानबीन के दौरान शव की शिनाख्त मूलरूप से गोरखपुर के अमरिया थाना अरुण के रूप में हुई है। अरुण मानसिक रूप से बीमार था, जिसका इलाज चल रहा था। वह मंगलवार सुबह घर से निकला था।

केस नंबर तीन-

शराब का लती था युवक

नाका चौराहे के पार्क के अंदर एक शव पड़ा मिला। शव की शिनाख्त गनेशगंज निवासी कैलाश शर्मा ने राकेश शर्मा के रूप में की। कैलाश ने बताया कि राकेश 15 वर्ष से उनकी चाट की दुकान पर काम करता था। वह शराब पीने का आदी था। इसकी वजह से उसका लिवर खराब हो गया था। राकेश मूलरूप से करमसेपुर मिश्रिख सीतापुर का रहने वाला था।

केस नंबर चार-

नहीं हो सकी शव की पहचान

नाका के लाल कुआं से डीएवी की तरफ जाने वाले ओवर ब्रिज के नीचे अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा मिला। काफी प्रयास के बावजूद शव की पहचान नहीं हो सकी। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।