लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए के कॉमर्शियल प्लॉट्स को बेचने के लिए जालसाजों ने जमकर खेल किए हैैं। एलडीए की ट्रांसपोर्ट नगर योजना की बात की जाए तो यहां एक दर्जन से अधिक प्लॉट्स की फर्जी रजिस्ट्री की गई है, वहीं कई ऐसे भी भूखंड सामने आए हैैं, जिनकी ड्राइंग-डिजाइन में ही खेल कर दिया गया है। मामले की जानकारी सामने आने के बाद एलडीए की ओर से कई स्तरों पर जांच शुरू करा दी गई है। जिससे यह पता लगाया जा सके कि किन लोगों की मदद से पूरा खेल किया गया है। उन लोगों का भी पता लगाया जा रहा है, जिन्होंने ऐसे प्लॉट्स परचेज किए हैैं।

टीपी नगर योजना में जमकर खेल

एलडीए की ट्रांसपोर्ट नगर योजना में एक के बाद एक कॉमर्शियल प्लॉट्स की फर्जी रजिस्ट्री किए जाने का मामला सामने आ चुका है। अभी तक फर्जी रजिस्ट्रियों की संख्या 13 के आसपास पहुंच चुकी है। वहीं, अभी दो दर्जन से अधिक अन्य प्लॉट्स की भी जांच कराई जा रही है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, कई खुलासे भी सामने आ रहे हैैं।

कागजों में जमकर खेल

एलडीए के प्लॉट्स की फर्जी रजिस्ट्री कराने वाले लोगों का नेटवर्क मजबूत है। पहले तो उनकी ओर से प्लॉट्स के फर्जी अभिलेख तैयार कराए जाते हैैं, फिर नकली गवाह तक मैनेज किए जाते हैैं। इसके बाद अच्छी कीमतों पर प्लॉट्स की बिक्री कर दी जाती है। जिन प्लॉट्स की रजिस्ट्री हो चुकी है, उनमें रजिस्ट्री के दौरान लगे एक-एक अभिलेख की जांच कराई जा रही है। इसके साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि किन व्यक्तियों ने रजिस्ट्री के दौरान अपने हस्ताक्षर किए हैैं और गवाह के रूप में कौन-कौन लोग मौजूद रहे हैैं।

ये खेल सामने आया

अभी जो जांच रिपोर्ट सामने आई है, उसमें करीब चार से पांच ऐसे प्लॉट्स भी मिले हैैं, जिनकी रजिस्ट्री भी फर्जी तरीके से की गई है और उनकी ड्राइंग-डिजाइन में भी नियमों को ताक पर रखते हुए बदलाव कर दिया गया है। जिसकी वजह से प्राधिकरण को खासा नुकसान हुआ है। वीसी के निर्देश के बाद सभी प्लॉट्स पर फोकस करते हुए जांच तेज कर दी गई है। देखा जा रहा है कि प्राधिकरण के प्लॉट्स का स्टेटस क्या है। अगर किसी प्लॉट की बिक्री हुई है तो क्या उसे नियमों के तहत किया गया है या उनकी फर्जी रजिस्ट्री कर बेच तो नहीं दिया गया। कंपलीट रिपोर्ट सामने आने के बाद प्राधिकरण की ओर से आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

प्लॉट्स की फजी रजिस्ट्री किए जाने संबंधित मामले सामने आने के बाद हर प्लॉट का स्टेटस चेक कराया जा रहा है। कंपलीट रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी साथ ही एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।

-डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए