LUCKNOW NEWS; लखनऊ (ब्यूरो)। यूरीन लीक करना केवल यूटीआई नहीं होता है। कई बार ब्लेडर मसल्स में कमजोरी, काफी, सिगरेट, उम्र ढलना, मीनोपॉज, न्यूरोलॉजी की समस्या और डायबिटीक के कारण से भी यूरीन लीक होती है। यह जानकारी शनिवार को केजीएमयू के क्वीन मेरी के 91वें स्थापना दिवस पर डॉ। प्रभा मेहरा आरेशन के तहत मुख्य वक्त दिल्ली एम्स के आब्स एंड गाएनी के प्रो। जीबी शर्मा ने दी।

कम पानी पीना चाहिए
डॉ जीबी शर्मा ने बताया कि इस समस्या के लोगों को कम पानी चाहिए नहीं तो किडनी पर बोझ बढ़ेगा। दिन में डेढ़ से 1.8 लीटर पानी पीना पर्याप्त है। इसके सही ट्रीटमेंट के लिए यूरीन कल्चर करवाना चाहिए। यह समस्या 19 से 20 फीसद लोगों में देखने को मिलती है। वहीं, 15 से 18 फीसद प्रेग्नेंट महिलाओं में होती है। ओवर एक्टिव ब्लेडर की भी समस्या बढ़ रही है। इसमें भी यूरीन लीक होता है जो दवाओं से ठीक हो जाता है। इस तरह की समस्याओं में ऑपरेशन का ज्यादा रोल नहीं है।

मिले तीन वेंटीलेटर
चीफ गेस्ट वीसी प्रो सोनिया नित्यानंद ने बताया कि विभाग लगातार बेहतरीन काम कर रहा है। इसके लिए सभी को बधाई। विभागाध्यक्ष प्रो एसपी जैसवार ने बताया कि विभाग को जल्द तीन नये वेंटिलेटर मिलने वाले हैं। माइनर ओटी, हेरेटिट्री कैंसर क्लीनिक और पालना भी शुरू किया गया है। साथ ही आईवीएफ भी दोबारा शुरू कर दिया गया है। वहीं, डॉ आयुषी सैनी को डॉ पीएल महाजन गोल्ड मेडल अवार्ड से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान डॉ रेखा सचान, डॉ सुजाता देव, डॉ पुष्पलता शंखवार समेत अन्य लोग मौजूद रहे।