लखनऊ (ब्यूरो)। सुबह से लेकर शाम तक आसमान से अंगारे बरसे, शुक्रवार को साल का सबसे अधिक तापमान होने की वजह से लोग रोड पर निकलने से बचे। हालांकि, जिन लोगों को मजबूरी में बाहर निकलना पड़ा, वे पसीने से तरबतर नजर आए। वहीं, भीषण गर्मी की वजह से तीन मौत होने की आशंका भी जताई जा रही है। आंचलिक मौसम केंद्र के सीनियर साइंटिस्ट मो। दानिश की माने तो शनिवार से तापमान में गिरावट हो सकती है साथ ही बारिश की भी संभावना है।

29 साल का रिकॉर्ड दूसरे दिन भी टूटा

शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 45.8 डिग्री दर्ज किया गया, जो अभी तक का सबसे अधिक तापमान है। गुरुवार को पहले ही तापमान अपना 29 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ चुका है, वहीं शुक्रवार को भी तापमान में लगातार दूसरे दिन रिकॉर्ड तोड़ा। बात दें कि 31 मई 1955 को शहर का अधिकतम तापमान 46.5 डिग्री पहुंच गया था, जो अभी तक लखनऊ में रिकॉर्ड किया गया सबसे अधिक तापमान है।

दिन भर छाया रहा सन्नाटा

सुबह से ही तेज धूप और उमस होने की वजह से रोड्स पर सन्नाटा पसरा रहा। ऑफिस टाइम के अलावा अन्य वक्त में इक्का दुक्का लोग ही रोड्स पर नजर आए। जो लोग धूप में बाहर निकले, वो छांव ढूंढते नजर आए। रोड साइड लगने वाली खाने पीने की दुकानों में भी सन्नाटा रहा, जिसकी वजह से उनकी कमाई पर असर देखने को मिला। शाम सात बजे के आसपास जब तपिश थोड़ी कम हुई, तब लोग बाहर निकले। मार्केट्स में भी रात के वक्त भीड़ नजर आई।

यहां आए मामले सामने

बीकेटी एरिया में एक युवक रोड साइड बेहोश मिला। उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी जान नहीं बची। इसी तरह सुशांत गोल्फ सिटी और गाजीपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक बैैंक कर्मी की मौत हो गई। तीनों ही मौत की वजह गर्मी से होने की आशंका जताई जा रही है।

सावधानी बेहद जरूरी

चिकित्सकों की माने तो लोगों को बेवजह घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए। अगर बहुत जरूरी हो तो ही बाहर निकलें लेकिन बाहर निकलने से पहले खूब पानी पीएं। तेज धूप से आने के बाद तुरंत पानी न पीएं। शरीर को अच्छे से कवर कर रखें। नगर निगम की ओर से कई स्थानों पर शीतल पेयजल की व्यवस्था कराई गई है। इसके साथ ही जोनवार ओआरएस काउंटर भी बनाए गए हैैं। रोड साइड अस्थाई टीन शेड की भी व्यवस्था कराई जा रही है, जिससे लोगों को राहत मिल सके।