लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने एक 'लुटेरी हसीना' को गिरफ्तार किया है। यह हसीना पहले फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर दोस्ती करती थी और फिर साथ मूवी देखने का ऑफर देती थी। युवती की अदाओं के जाल में फंस कर अधेड़ उम्र के लोग उनके शिकार बन जाते थे। मूवी के दौरान स्नैक्स, कोल्ड ड्रिंक वगैरह में नशीली दवा मिलाकर खिला देती थी और सारा सामान ले उड़ती थी। ऐसे दो मामले पुलिस के सामने आए। पहली घटना जनवरी में और दूसरी मार्च में हुई थी। दोनों पीडि़त फन मॉल के मूवी थिएटर में बेहोश मिले थे। होश में आने के बाद उन्होंने अपने साथ हुई लूट की जानकारी दी थी।

मॉल में बेहोश मिला था कारोबारी

एडीसीपी पूर्वी अली अब्बास ने बताया कि 26 जनवरी को पारा निवासी कारोबारी हरी मोहन फन मॉल स्थित मल्टीप्लेक्स में बेहोशी की हालत में मिले थे। उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ठीक होने पर उन्होंने बताया कि एक महिला से उनकी फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। फोन पर बातचीत हुई और उसने मूवी देखने के लिए फन मॉल बुलाया था। मूवी के दौरान ही इंटरवल के समय महिला ने कोल्ड ड्रिंक में नींद की गोलियां देकर उनको बेहोश कर दिया और चेन, अंगूठी व मोबाइल लूट ले गई। इस मामले में हरी मोहन के दोस्त आशीष कुमार ने गोमतीनगर थाने में केस दर्ज कराया था।

पति-पत्नी मिलकर करते थे वारदात

इंस्पेक्टर गोमतीनगर दिनेश चंद्र मिश्र, चौकी इंचार्ज फन मॉल मंदीप सिंह और सर्विलांस टीम ने मिलकर छानबीन शुरू की तो कुछ नंबर मिले। नंबरों व मॉल के सीसीटीवी फुटेज की मदद से बुधवार को पुलिस ने अंबेडकर चौराहे के पास से कन्नौज निवासी अंकिता खटेरिया और उसके पति इटावा निवासी अमित कुमार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके पास से लूटे गए जेवरात, 57000 रुपये, दो मोबाइल फोन, 70 नींद की गोलियां और एक स्कूटी बरामद की।

कारोबारी के तरह सीए को भी लूटा

एडीसीपी ने बताया कि आरोपी दंपति से पूछताछ की गई तो पता चला कि 27 मार्च को उन लोगों ने कारोबारी हरी मोहन की तरह ही एक सीए नागेेंद्र सिंह को भी अपना शिकार बनाया था। आरोपी महिला उसने चेन, अंगूठी और सोने का कड़ा लूट ले गई थी। सीए ने अपने साथ हुई जहरखुरानी की घटना की शिकायत पुलिस से नहीं की थी। जब दंपत्ति पकड़े गए तब जाकर इस घटना का पता चला।

फेसबुक से शिकार को करते थे टारगेट

एसीपी गोमतीनगर वीरेंद्र विक्रम ने बताया कि आरोपी महिला अंकिता ने मध्य प्रदेश से जेएनएम की पढ़ाई की है, जबकि अमित ने बीए कर रखा है। दोनों ने कुछ साल पहले लव मैरिज की और दो ढाई साल से बंथरा इलाके में किराए के मकान में रह रहे थे। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे लोग पहले लोगों की फेसबुक प्रोफाइल को चेक करते थे। आर्थिक स्थिति का पता चलने के बाद वे पैसे वालों को चिन्हित कर उनकी लिस्ट बना लेते थे। इसके बाद अंकिता फेसबुक पर उन लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती थी। फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट होने के बाद वह उनसे फोन पर बातचीत शुरू कर देती थी। इसके बाद मूवी देखने के बहाने बुलाकर जहरखुरानी की घटना को अंजाम देती थी। घटना के समय अंकिता का पति बाहर मौजूद रहता था। पीडि़त से लूटे गए जेवरात को अमित बेच देता था।