लखनऊ (ब्यूरो)। फेसबुक, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट समेत तमाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म हैं, जो आज के समय में काफी पॉपुलर हैं और बड़ी संख्या में लोग इनका इस्तेमाल करते हैं। इसी का फायदा उठाकर कुछ लोग इनका गलत इस्तेमाल करते हैं। ये लोग सोशल मीडिया के माध्यम से लड़कियों से दोस्ती कर उनसे प्यार का नाटक करते हैं और फिर मौका पाकर लड़की को दूसरे राज्यों में बेचने का व्यापार करते हैं। राजधानी में भी इस तरह का गिरोह एक्टिव है। इसका खुलासा तब हुआ जब लखनऊ पुलिस ने एक ऐसे ही गिरोह का भंडाफोड़ किया। किस तरह गिरोह काम करता है? किन-किन राज्यों में इनका कनेक्शन है? कब से गिरोह एक्टिव है? पेश है इन सवालों के जवाब तलाशती खास रिपोर्ट

यहां से पकड़े गए थे आरोपी

दो दिन पहले मलिहाबाद थाना पुलिस ने दो नाबालिग बहनों का अपहरण कर लुधियाना में बेचने की कोशिश करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया था। ये लोग दोनों बच्चियों को लुधियाना घुमाने का झांसा देकर अपने साथ ले गए और अपने रिश्तेदार के यहां बंधक बना लिया। चारों के खिलाफ मलिहाबाद थाने में अपहरण, साजिश समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पूछताछ में पता चला है कि चारों लुधियाना ले जाकर बच्चियों को बेचने की योजना बना रहे थे। एडीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों बच्चियां मलिहाबाद इलाके की रहने वाली हैं। एक की बातचीत तरुण से होती थी, दूसरी की महेंद्र से।

शॉपिंग और काम दिलाने का खेल

पुलिस के मुताबिक, आरोपी बच्चियों को शापिंग और घुमाने का झांसा देकर मिलने के लिए बुलाते हैं। फिर उनको ज्यादा पैसों का लालच दिया जाता है। इसके बाद उनको झांसे में लेकर पंजाब समेत अन्य राज्यों में बेच दिया जाता है। गरीब घर के होने की वजह से बच्चियां पैसों के लालच में जल्दी आ जाती हैं। खासबात यह है कि इस गैंग में महिलाएं भी शामिल रहती हैं, जिससे बच्च्यिां आरोपियों के झांसे में आसानी से आ जाती है।

पहले करते हैं दोस्ती

साइबर एक्सपर्ट राहुल मिश्रा कहते हैं कि सोशल मीडिया पर लोग फेक आईडी बनाकर लोगों को टारगेट करते हैं। कई लोग फेक आईडी बना लेते हैं और फिर लड़कियों को अपना दोस्त बनाकर उनसे बातचीत करना शुरू कर देते हैं। ये दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल जाती है और फिर यही लोग आपको परेशान करना शुरू कर देते हैं। फेक आईडी से बचकर रहना चाहिए। बिना सोचे समझे किसी से भी अपनी फोटोज, वीडियोज आदि शेयर न करें।

छिपाकर रखते हैं अपनी पहचान

एक्सपर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया पर फेक चीजें काफी ज्यादा होती हैं। हो सकता है कि आप जिन तस्वीरों को असली समझते हैं, वे फेक हों। ऐसे लोग अपनी ज्यादातर चीजें गलत बताते हैं और हमेशा अपनी असल पहचान छुपाते हैं। ये लोग कई बार पैसे की जरूरत दिखाकर आपसे मोटा पैसा भी ले सकते हैं और इसके बाद जब इनका मतलब पूरा हो जाता है तो ये लोग कहीं रफूचक्कर हो जाते हैं।