- मरीजों को दिन में गर्मपानी में नमक के साथ गरारा की सलाह

- दिन में पांच बार गरारा करने की सलाह

LUCKNOW: कोरोना संक्रमण का असर सबसे पहले गले ममें ही देखने को मिलता है, जहां लोगों को गले में खराश के साथ खांसी-जुकाम होने पर बलगम की समस्या आने लगती है। ऐसे में एक्स्पर्ट भाप के साथ गरारा करने की भी सलाह देते हैं। बलरामपुर के डॉक्टर जीपी गुप्ता के मुताबिक मैंने कई मरीजों को गर्म पानी में नमक के साथ गरारा करने की सलाह दी थी, जिसकी वजह से मरीज लगभग इंफेक्ट होने से बच गये। जिनमें शुरुआती लक्षण भी नजर आये थे वो भी ठीक हो गए है इसलिए गंभीर लक्षण वालों को दवा के साथ लगातार गरारा करते रहना चाहिए।

सभी करें गरारा

डॉ। जीपी गुप्ता के मुताबिक वो सभी को सलाह देते हैं कि नियमित गरारा करने से न केवल इंफेक्शन में कमी आयेगी बल्कि मृत्यु दर में भी कमी देखने को मिलेगी। इसके लिए सरकार को जरूरी दिशा निर्देश जारी करने चाहिए। सरकार को चाहिए कि गंभीर मरीजों के भर्ती के लिए सभी संबंधित अस्पतालों के नाम और नंबर प्रकाशित करें। इसके अलावा सभी कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों को एक थर्मस, जिसमें गर्मपानी नमक वाला हो देना चाहिए। इसके साथ गरारा करने के लिए बड़ा मग और साथ में गरारा किए हुए पानी और बलगम के लिए एक बाल्टी देनी चाहिए। इसके साथ ही गरारा से ठीक होने वाले मरीजों पर अध्ययन किया जाये और उसकी रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराई जाये ताकि गरारा करने का फायदा साइंटिफिकली प्रमाणित किया जा सके।

इनका रखें ध्यान

दिन में करीब पांच बार गरारा करें

कम से कम 6 मिनट तक गरारा करें

बुखार, खांसी, गले में दर्द हो तो तुरंत गरारा शुरू करें

डॉक्टर के संपर्क में रहे और उचित परामर्श लें

आराम न होने पर भर्ती हों

ऑक्सीजन लेवल 90 से नीचे तो दवा के साथ गरारा करें व भर्ती हों