LUCKNOW: उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ म्युनिसिपल कॉरपोरेशन का बांड 2 दिसंबर को शेयर बाजार में लिस्ट कराया। बांड की लिस्टिंग के मौके पर सीएम योगी मौजूद रहे। लखनऊ म्युनिसिपल कॉरपोरेशन बांड जारी करने वाला उत्तर भारत का पहला नगर निगम बन गया। बांड के माध्यम से जुटाई गई धनराशि को राजधानी में विभिन्न बुनियादी ढांचागत योजनाओं में निवेश किया जाएगा। बीएसई बांड प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हुए लखनऊ नगर निगम ने प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिये 200 करोड़ रुपये जुटाए। बांड को जनता के लिए जारी करने से पहले कुछ बड़ी संस्थाओं से यह रकम जुटा ली गई। इसमें चौथे से लेकर सातवें साल तक समान किश्त में मूलधन को वापस किया जाएगा। लखनऊ नगर निगम के बांड पर निवेशकों को 8.5 फीसदी वार्षिक ब्याज मिलेगा और इसकी परिपक्वता अवधि 10 साल है। इस बांड की सफल लांचिंग से लखनऊ नगर निगम की छवि बदलेगी और इसे देश विदेश से निवेश जुटाने में भी मदद मिलेगी।

स्वच्छता रैंकिंग में हुआ सुधार

स्वच्छ भारत मिशन के तहत दुनिया के सबसे बड़े वार्षिक स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में 19 अवॉर्ड जीतकर यूपी सबसे ज्यादा पुरस्कार जीतने वाला राज्य रहा। सबसे बड़ी बात यह रही कि राजधानी देश में सबसे तेजी से सुधार करने वाले शहर में चुना गया। स्वच्छता की रैंकिंग में लखनऊ चार साल में 249 से 12वीं रैंकिंग पर पहुंच गया। यही नहीं प्रदेश के सबसे साफ शहरों में भी लखनऊ अव्वल रहा। केंद्रीय आवास व शहरी मंत्री हरदीप सिंह पुरी की ओर से अगस्त में जारी ऑनलाइन स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के मुताबिक लखनऊ की यह रैंकिंग दस लाख से अधिक आबादी वाली श्रेणी में रही।

120 चौराहे पर लगे स्मार्ट सिग्नल्स

स्मार्ट सिटी के तहत राजधानी के ट्रैफिक सिग्नल की व्यवस्था काफी अच्छी हुई। स्मार्ट सिटी के तहत 2020 में राजधानी के लगभग 120 चौराहों को स्मार्ट सिग्नल्स से लैस किया गया। स्मार्ट सिग्नल्स से राजधानी का ट्रैफिक काफी स्मूथ हुआ है।

एप 311 की हुई शुरुआत

देशभर में हो रहे स्वच्छ सर्वेक्षण में नगर निगम की भूमिका बड़ी है। इसी कड़ी में लोगों को जागरूक करने और स्वच्छता के प्रति फीडबैक लेने के लिए राजधानी में 311 मोबाइल एप लांच किये गये। जितने ज्यादा एप डाउनलोड हुए उसी अनुपात में स्टार रेटिंग बढ़ी। दरअसल, केंद्र सरकार की शतरें के मुताबिक शहर में बने भवनों की संख्या के पांच फीसदी लोगों के एप डाउनलोड पर एक स्टार मिला। दो स्टार के लिए 10 फीसदी और इसी अनुपात में तीन, चार और पांच स्टार रेटिंग के लिए एप डाउनलोड किया जाना अनिवार्य है, जिसमें राजधानी के लोग अव्वल रहे।