- अब 18 से 20 साल के लोग भी हो रहे ओरल कैंसर का शिकार
LUCKNOW:
तंबाकू के सेवन के कारण ओरल कैंसर राजधानी और आसपास के जिलों के लिए बड़ी समस्या बन गया है। राजधानी में बड़ी संख्या में लोग हर साल ओरल कैंसर का शिकार हो रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि अब तो 18 से 20 साल के लोग भी तंबाकू के कारण ओरल कैंसर का शिकार हो रहे हैं।
लंग्स कैंसर का खतरा ज्यादा
केजीएमयू के रेस्पिरेट्री विभाग के एचओडी डॉ। सूर्यकांत के मुताबिक भारत में हर दूसरा मरीज लंग्स कैंसर का है। देश में हर साल करीब 1.5 लाख लोग लंग कैंसर का शिकार हो रहे हैं। तंबाकू ही इसका मुख्य कारण है। उन्होंने बताया कि दस साल पहले जहां साल में 80 से 90 कैंसर के मरीज संस्थान में आते थे, वहीं अब इनकी संख्या 500 से अधिक हो चुकी है।
युवाओं में चलन ज्यादा
राज्य मानिसक अधिकारी डॉ। सुनील पांडे ने बताया कि आज के तनाव भरे माहौल में युवाओं को लगता है कि टेंशन होने पर सिगरेट आदि पी लेंगे तो आराम मिलेगा लेकिन तंबाकू के प्रयोग से आराम चंद समय का होता है और दिक्कतें पूरी जिंदगी उठानी पड़ती हैं।
हर साल करीब 8 हजार मरीज
केजीएमयू में सर्जिकल आंकोलॉजी के प्रो। डॉ। समीर गुप्ता ने बताया कि संस्थान में आने वाले कैंसर के मरीजों में 70 से 80 फीसद ओरल कैंसर का शिकार होते हैं। हमारे डिपार्टमेंट हर साल यहां करीब 7 से 8 हजार ओरल कैंसर के मरीज आते हैं। वहीं अगर संस्थान की बात करें तो यहां हर साल 12 से 15 हजार मरीज ओरल कैंसर के आते हैं। इनमें से सर्वाधिक मरीज 35 से 50 वर्ष के बीच के हैं। अब तो 18 से 20 वर्ष के लोग भी कैंसर का शिकार हो रहे हैं।
ओरल कैंसर का इलाज कठिन
अर्ली स्टेज में ओरल कैंसर का इलाज आसान है। उसे सर्जरी कर हटा दिया जाता है। वहीं अगर कैंसर पुराना हो गया है तो उसका इलाज मुश्किल हो जाता है।
ओरल कैंसर के शुरुआती लक्षण
- छाला निकल आना और ठीक न होना
- दांत का ढीला होना
- दांत या जबड़े से खून आना
- चबाने या निगलने में दिक्कत
- गर्दन या जबड़े के आसपास गांठ बनना
इन्हें कैंसर का अधिक खतरा
- स्मोकिंग, हुक्का पीने वालों में 6 फीसद अधिक खतरा
- तंबाकू सेवन करने वालों में 50 फीसद अधिक खतरा
- परिवार में किसी को कैंसर तो उनमें भी कैंसर होने का खतरा
35 से 50 वर्ष के लोगों में ओरल कैंसर ज्यादा देखने को मिल रहा है। ओपीडी में आने वाले मरीजों में करीब 70 फीसद ओरल कैंसर के हैं।
डॉ। समीर गुप्ता, केजीएमयू
भारत में लंग्स कैंसर का हर दूसरा मरीज धूम्रपान के कारण है। पूरे देश में तंबाकू पर प्रतिबंध लगाकर लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है।
डॉ। सूर्यकांत, केजीएमयू