- सादगी के साथ मनाया गया गुरु अंगद देव का प्रकाश पर्व

LUCKNOW: सिखों के दूसरे गुरु साहिब गुरु अंगद देव का प्रकाश पर्व एवं सरहंद फतहि दिवस बुधवार को राजधानी के विभिन्न गुरुद्वारा में सादगी से मनाया गया। इस दौरान गुरुद्वारों में विशेष दीवान का आयोजन कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार किया गया।

पाठ से शुरुआत

ऐतिहासिक गुरुद्वारा नाका हिंडोल में सुखमनी साहिब के पाठ से दीवान का आरंभ हुआ। हजूरी रागी जत्था भाई राजिंदर सिंह ने शबद गायन कर संगत को निहाल किया। ज्ञानी सुखदेव सिंह ने गुरु अंगद देव के जीवन पर प्रकाश डाला। इसके अलावा गुरमति अकादमी के बच्चों ने शबद गायन किया। दीवान की समाप्ति के बाद कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बग्गा ने संगत को प्रकाश पर्व की बधाई दी। गुरुद्वारा भवन के बाहर हरमिंदर सिंह टीटू, सतपाल सिंह मीत एवं हरविंदर पाल सिंह नीटा की देखरेख में दशमेश सेवा सोसाइटी के सदस्यों ने गुरु का लंगर वितरित किया।

शबद कीर्तन गायन

ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी यहियागंज में कार्यक्रम की शुरुआत सुखमनी साहिब के पाठ से हुई। इसके बाद हजूरी रागी ने शबद कीर्तन किया। समस्त कार्यक्रमों का ऑनलाइन प्रसारण किया गया। मुख्य ग्रंथी ज्ञानी परमजीत सिंह ने श्री गुरु अंगद देव के जीवन पर प्रकाश डाला। गुरुद्वारा सचिव मनमोहन सिंह हैप्पी ने बताया कि डॉ। गुरमीत सिंह के नेतृत्व में गुरुद्वारा साहब द्वारा 10 हजार रोटियां एवं लंगर की सेवाएं ट्रॉमा सेंटर, शताब्दी अस्पताल, क्वीन मैरी, चारबाग स्टेशन, ऐशबाग पुल एवं संपूर्ण लखनऊ में एवं करोना पेशेंट के लिए लंगर एवं आवश्यकता अनुसार यथासंभव सेवाएं गत 1 माह से चल रही हैं।