LUCKNOW: बिजली दरों को लेकर गुरुवार को होने वाली सुनवाई के मद्देनजर उपभोक्ता परिषद ने तैयारियां शुरू कर दी है। प्रदेश के विभिन श्रेणी के बिजली उपभोक्ताओं से विचार विमर्श कर उपभोक्ता परिषद विद्युत नियामक आयोग में दाखिल जनता प्रस्ताव को लागू कराने का पूरा प्रयास करेगा। उपभोक्ता परिषद अपने जनता प्रस्ताव के माध्यम से उपभोक्ताओं की दरों में 16 प्रतिशत की कमी कराने, घरेलु उपभोक्ताओं का फिक्स्ड चार्ज समाप्त कराने, कामर्शियल उपभोक्ताओं के मिनिमम चार्ज समाप्त कराने किसानों की बिजली दरों में कमी कराने व सभी उपभोक्ताओं को चार प्रतिशत रेगुलेटरी लाभ दिलाने के लिए पूरी ताकत लगाएगा।
निजी घरानों को लाभ देने की योजना
उप्र राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि भारत सरकार ऊर्जा मंत्रालय द्वारा बिजली में वितरण का निजीकरण करने के लिए जो स्टैंडर्ड बिडिंग डॉक्यूमेंट जारी किया गया है। उससे अब यह सिद्ध हो गया है कि बिजली दरों में व्यापक बदलाव कर निजी घरानों को लाभ देने की योजना है, जिसके चलते पूवरंचल विद्युत वितरण का निजीकरण करने की साजिश हो रही है। कल पूरे मामले पर निजी घरानों की पोल खोली जाएगी। वर्तमान में टैरिफ की प्रक्रिया चल रही और बिजली कंपनियों ने स्लैब परिवर्तन करने का नाटक किया है।
स्मार्ट मीटर से जुड़ी कोई समस्या तो करें कॉल
अगर आपके घर में स्मार्ट मीटर लगा हुआ है और आपको किसी भी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो आप हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करके समस्या का समाधान करा सकते हैं। दरअसल, मध्यांचल डिस्कॉम की ओर से स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए छह हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं, जिन पर कॉल करके स्मार्ट मीटर संबंधी समस्या का समाधान कराया जा सकता है।
ये हैं हेल्पलाइन नंबर
1912
18001800440
9119930004
9511113101
8960969051
8960969052
3829 कनेक्शन कटे
बिजली राशि बकाया होने के कारण 3829 स्मार्ट मीटर के कनेक्शन भी काटे गए हैं। इनमें 571 प्रीपेड मीटर कनेक्शन भी शामिल हैं। बाद में बिजली बिल जमा करने वाले 672 उपभोक्ताओं की बिजली बहाल कर दी गई। हालांकि कई उपभोक्ताओं की बिजली सप्लाई सुचारू होने में समय लगा, जिसकी वजह से उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
रात भर बिजली रही गुल
ट्रांसफॉर्मर में समस्या आने की वजह से जियामऊ समेत कई इलाकों में मंगलवार रात से बिजली संकट देखने को मिला। रात में ट्रांसफॉर्मर तो सुधार दिया गया, लेकिन हाई वोल्टेज आने की वजह से सुबह फिर से शटडाउन लिया गया। करीब तीन घंटे बाद बिजली सप्लाई नार्मल हुई।