लखनऊ ब्यूरो: मुसलमानों का सबसे पाक और मुकद्दस महीना रमजान शुरू हो चुका है। अब रमजान में परंपरागत तरीकों के साथ डिजिटल मोड का भी प्रयोग हो रहा है। इन नई तकनीकों का सर्वाधिक यूज न केवल युवा कर रहे हैं बल्कि बड़े-बुजुर्ग भी इसमें पीछे नहीं हैं। एक ओर जहां एलइडी टीवी पर कुरान की तिलावत सुनने के साथ पवित्र मक्का-मदीना की तस्वीर नजर आएगी। वहीं अंगूठी की तरह पहनने वाली डिजिटल तसबीह का भी लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। इस्लामिक घड़ी, पेंटिंग और सबसे खास काबानुमा कुरान काफी पसंद की जा रही है।

डिजीटल तसबीह की डिमांड अधिक
अकबरी गेट के पास इस्लामिक डिजिटल गैजेट की दुकान चला रहे मो। अहमद बताते हैं कि कोरोना के चलते काफी नुकसान हुआ है। इस बार स्थिति पहले से बेहतर है। मार्केट में काफी हाईटेक गैजेट्स आए हैं। ज्यादातर आइटम दिल्ली व मुंबई आदि शहरों से आ रहे हैं। इस बार डिजीटल तसबीह की डिमांड अधिक है। तसबीह इबादत की माना होती है। जिसके जरिए अल्लाह के नामों को जप किया जाता है। इसमें लाइट वाली 80 रुपये और अंगूठी वाली 30 रुपये में मिल रही है। इसके अलावा एलइडी टीवी भी है, जो करीब 4500 रुपये का है। वहीं, मैजिक मिरर 1500 रुपये का सेट है। इसके अलावा सउदी से नमाज पढऩे के लिए दरी और मदीने की बड़ी पेंटिंग्स भी आई हैं। एलइडी टीवी और काबानुमा कुरान लोगों को पहली पसंद बनी हुई है।

काबानुमा कुरान आ रही पसंद
अहमद बताते हैं कि उनके यहां काबानुमा कुरान भी आई है। इसकी खासियत यह है कि यह दिखने में पवित्र काबा की तरह है और जब इसे खोला जाता है तो इसमें कुरान रखी हुई है। यह कई साइज में उपलब्ध है। इसकी कीमत एक हजार से लेकर छह हजार तक है। इसके साथ इस्लामिक घड़ी भी लोगों को लुभा रही है। जो 120 से लेकर 700 रूपए तक में मिल रही है। हालांकि, पहले अधिकतर माल चीन से आता था। लेकिन, अब मेक इन इंडिया प्रोडक्ट सबसे ज्यादा आ रहे हंै। लोग भी लोकल मेड प्रोडक्ट की डिमांड ज्यादा कर रहे हंै।

गैजेट्स के रेट पर एक नजर
गैजेट्स रेट
इस्लामिक घड़ी 120 से 700 रुपए
काबानुमा कुरान 1 हजार से 67 हजार
एलइडी टीवी 4500 रुपए
मैजिक मिरर 1500 रुपए