लखनऊ (ब्यूरो)। उत्तर रेलवे लखनऊ के मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में मंडल राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता डीआरएम सुरेश कुमार सपरा ने की। बैठक में मंडल पर राजभाषा प्रगति की समीक्षा की गई। मंडल वित्त प्रबंधक सह राजभाषा अधिकारी राहुल देव ने मंडल पर राजभाषा संबंधी तिमाही प्रगति की रिपोर्ट प्रस्तुत की। डीआरएम ने निर्देश दिया कि मंडल पर राजभाषा संबंधी नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए। स्टेशनों तथा रेल कार्यालयों में स्थित हिंदी पुस्तकालयों को सुसज्जित कर उन्हें लोकोपयोगी बनाया जाय। मंडल पर प्रकाशित होने वाली राजभाषा पत्रिका सारंग में जानकारीपरक तकनीकी लेख प्रकाशित किए जाएं तथा प्रकाशन से पूर्व सामग्री की समेकित जांच की जाए ताकि वह रेलकर्मियों के लिए अधिक उपयोगी सिद्ध हो सके।

सभी कर्मी राजभाषा का प्रयोग करें
डीआरएम ने आगे कहा कि ई-ऑफिस में हिंदी में कार्य करना बहुत आसान है। सभी कर्मी इसमें राजभाषा का प्रयोग करें। सभी स्टेशनों पर निश्चित रूप से स्टेशन संचालन नियम हिंदी में उपलब्ध कराए जाएं। मंडल पर बनाए जाने वाले आरेख आदि हिंदी में बनाए जाएं तथा टेंडर हिंदी में जारी किए जाएं। अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं अपर मंडल रेल प्रबंधक वीरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि लखनऊ मंडल को राजभाषा में उत्कृष्ट कार्य करने तथा कार्यशालाओं के आयोजन और राजभाषा पत्रिका सारंग के प्रकाशन हेतु नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति द्वारा उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल को द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इस अवसर पर सरकारी कामकाज मूलरूप से हिंदी में करने के लिए प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत मंडल के 18 कर्मियों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। बैठक में जयंत कुमार चौधरी, अपर मंडल रेल प्रबंधक थर्ड तथा अश्विनी श्रीवास्तव, अपर मंडल रेल प्रबंधक थर्ड सहित सभी शाखा अधिकारी सम्मिलित हुए।