- प्रभारी अधिकारी कोविड 19 ने जारी किए सख्त निर्देश

- अस्पतालों को ही ऑक्सीजन की व्यवस्था करानी होगी

LUCKNOW: अब तीमारदारों को हॉस्पिटल में एडमिट पेशेंट के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के लिए इधर-उधर नहीं दौड़ना पड़ेगा। हॉस्पिटल की ओर से ही ऑक्सीजन की व्यवस्था कराई जाएगी। जिससे पेशेंट और तीमारदारों को राहत मिलेगी। अभी अक्सर ऐसे मामले सामने आते हैं, जिसमें अस्पतालों की ओर से पेशेंट्स के तीमारदारों से ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के लिए कहा जाता है। कई बार तो समय से ऑक्सीजन न मिलने की वजह से पेशेंट्स की कंडीशन क्रिटिकल हो जाती है।

खुद ही करनी होगी व्यवस्था

प्रभारी अधिकारी कोविड डॉ। रोशन जैकब ने निर्देश दिए हैं कि कोई भी अस्पताल पेशेंट या उसके तीमारदार से ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के लिए नहीं कहेगा। अस्पताल को ही ऑक्सीजन की व्यवस्था करानी होगी। अगर कोई अस्पताल ऐसा नहीं करता है तो उसके खिलाफ एक्शन होगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सभी अस्पतालों की मॉनीटरिंग की जा रही है, जिससे ऑक्सीजन की उपलब्धता पर नजर रखी जा सके।

तुरंत करें शिकायत

प्रभारी अधिकारी ने यह भी अपील की है कि अगर किसी भी अस्पताल में ऑक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था करने के लिए कहा जाता है तो तीमारदार या पेशेंट सीधे कोविड कमांड सेंटर में इसकी कंपलेन करें।

उपलब्धता पर नजर

प्रभारी अधिकारी की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता पर भी नजर रखी जाएगी। जिससे अगर किसी अस्पताल में ऑक्सीजन संबंधी समस्या सामने आती है तो तत्काल उसे दूर किया जाएगा। कोविड कमांड सेंटर से भी लगातार अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता संबंधी डेटा तैयार किया जाएगा। रियल टाइम डेटा अपडेट होने से स्थिति को पहले ही नियंत्रित किया जा सकेगा।

बाक्स

टीमें भी रखेंगी नजर

जिला प्रशासन की ओर से गठित टीमों की ओर से भी ऑक्सीजन सिलिंडर की उपलब्धता पर नजर रखी जाएगी। टीमों की ओर से समय-समय पर ऑक्सीजन की उपलब्धता संबंधी क्रॉस चेकिंग भी की जाएगी। जिससे हर अस्पताल में ऑक्सीजन की उपलब्धता संबंधी रिपोर्ट सामने आ सकेगी और इसके आधार पर जरूरी कदम उठाए जाएंगे।

बाक्स

गलत आंकड़े नहीं चाहिए

प्रभारी अधिकारी की ओर से चेतावनी दी गई है कि चाहे मेडिकल किट से जुड़े आंकड़े हों या ऑक्सीजन की उपलब्धता संबंधी आंकड़े, इनमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो आंकड़े फाइल किए जाएंगे, वो गलत नहीं होने चाहिए। वहींहोम आईसोलेटेड पेशेंट्स की हेल्थ पर भी नियमित रूप से नजर रखी जाएगी।