- कहा कि मायावती को पहली बार उन्हें मिला कोई राजनीति सिखाने वाला

- कई विधायक साथ होने का दावा लेकिन अगली रणनीति का खुलासा नहीं

LUCKNOW: स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर बीएसपी सुप्रीमो मायावती पर हमला बोला है। शुक्रवार को मायावती द्वारा उनको लेकर की गयी टिप्पणी का जवाब देने के लिए उन्होंने गोमतीनगर स्थित अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर कहा कि जो तमगा मायावती ने उन्हें दिया है, उसकी पहली हकदार वे खुद हैं। उन्होंने कहा कि आरोप लगाने से पहले वह अपने गिरेंबा में झांक लेतीं तो अच्छा रहता। उन्होंने चुनौती दी कि अब वे मायावती को सिखायेंगे कि राजनीति कैसे की जाती है।

'मायावती को हमने किया अपनी राजनीति से बर्खास्त'

उन्होंने कहा कि हमेशा मायावती नेताओं को पार्टी से बर्खास्त करती रही हैं, और उसका कैरियर खत्म करती रहीं हैं। लेकिन यह पहला मौका है जब मायावती को किसी ने अपनी राजनीति से बर्खास्त किया हो। यही कारण है कि मायावती को घुटने टेकने को मजबूर हुईं और उन विधायकों को वापस बुला रही हैं जिनको कुछ ही दिन पहले पार्टी से बाहर किया था। मेरे पार्टी से जाने से अगर उन्हें फर्क नहीं पड़ता तो आज उन्हें निष्कासित नेताओं के आगे घुटने टेकने पर मजबूर न होना पड़ता। मेरे कदम से मायावती को झुकने की सीख मिली। उन्होंने कहा कि मैंने 20 साल तक उनको सम्मान दिया, अगर वह अनर्गल आरोप लगाएंगी तो मैं भी चुप नहीं बैठूंगा। उनकी हर बात का जवाब मेरे पास है।

खुद दिया था टिकट

बेटे और बेटी को टिकट दिये जाने पर मौर्या ने कहा कि जैसे नसीमुद्दीन सिद्दीकी के बेटे को मायावती ने चुनाव लड़वाया, उनकी पत्‍‌नी को एमएलसी बनवाया। रामवीर उपाध्याय के परिवार के तीन लोगों को टिकट दिया, उसी तरह से मेरे बच्चों को भी अपना जनाधार बढ़ाने के लिए टिकट दिया था। उन्होंने दावा किया कि उनके साथ काफी विधायक हैं। मायावती विधायकों को गुलाम बना कर रखना चाहती हैं, लेकिन अब यह नहीं चलेगा। उन्होंने मायावती को तानाशाह करार देते हुए कहा कि अब उनके दिन लद गये। अब उन्हें भी जमीन पर उतरना होगा।

पैसे के लिए काटा टिकट

मौर्या ने आरोप लगाया कि उन्होंने पडरौना सीट के लिए पैसे नहीं दिये थे, इसलिए उनका टिकट काटा गया। साथ ही चुनौती दी कि जिन प्रत्याशियों को टिकट दिया गया है, उनको लेकर वह श्वेत पत्र जारी करें। जिनके टिकट काट दिये गये उनके पैसे वापस करने का श्वेत पत्र जारी करें। कहा कि अगर वे श्वेत पत्र जारी नहीं करती हैं तो वह खुद जारी करेंगे।

नहीं खोले अपने पत्ते

मौर्य ने अपने पत्ते आज भी नहीं खोले। उन्होंने कहा कि मेरे सारे विकल्प खुले हुए हैं। उनकी किसी पार्टी के नेता से कोई मुलाकात इस बारे में नहीं हुई है। एक जुलाई को कार्यकर्ताओं के साथ बैठने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। उन्होंने शिवपाल यादव के बयान पर कहा कि वह पुराने साथी हैं, कुछ भी बोल सकते हैं, उनकी बात का बुरा नहीं मानता।