LUCKNOW : हमीरपुर खनन घोटाले की मुख्य आरोपी आईएएस बी। चंद्रकला गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश नहीं हुई। ईडी ने उनको नोटिस देकर पूछताछ के लिए गुरुवार को तलब किया था। चंद्रकला ने अपने अधिवक्ता को भेजकर ईडी के नोटिस का जवाब दिया है और खुद पेश होने के लिए समय मांगा है। फिलहाल ईडी के अफसरों ने उनके द्वारा भेजे गये दस्तावेजों का परीक्षण करने के बाद दोबारा नोटिस देने की बात कही है। ध्यान रहे कि विगत पांच जनवरी को सीबीआई द्वारा बी। चंद्रकला समेत 11 आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी के बाद ईडी ने भी इस मामले को दर्ज किया था।

 

संपत्तियों का मांगा था ब्योरा

दरअसल चंद्रकला समेत सभी आरोपितों के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज करने के बाद ईडी ने उनसे उनकी सभी चल-अचल संपत्तियों का ब्योरा मांगा था। साथ ही सिलसिलेवार तरीके से उनको पूछताछ के लिए तलब भी किया था। हमीरपुर की तत्कालीन डीएम चंद्रकला और खनन अधिकारी मोइनुद्दीन को गुरुवार को पूछताछ के लिए अशोक मार्ग स्थित ईडी कार्यालय बुलाया गया था। सुबह तकरीबन 11.30 बजे चंद्रकला की ओर से आए अधिवक्ता ने जांच अधिकारी को दस्तावेजों से भरा एक लिफाफा दिया और उनके पेश होने के लिए आगे समय देने को कहा। अधिकारियों ने दस्तावेजों का परीक्षण करने के बाद दोबारा नोटिस देने की बात कही है। वहीं दूसरी ओर घोटाले में नामजद सपा एमएलसी रमेश मिश्रा को आगामी 28 जनवरी को पूछताछ के लिए तलब किया गया है।

 

इनको भेजा गया है नोटिस

तत्कालीन डीएम बी। चंद्रकला, खनन अधिकारी मोइनुद्दीन, क्लर्क राम आश्रय प्रजापति, एमएलसी रमेश कुमार मिश्र व उनके व्यापारी भाई दिनेश कुमार मिश्र, लीज होल्डर अंबिका तिवारी, लीज होल्डर संजय दीक्षित, लीज होल्डर सत्यदेव दीक्षित, लीज होल्डर रामअवतार सिंह, लीज होल्डर करन सिंह, लीज होल्डर आदिल खान।