- रमजान में हेल्पलाइन पर लोग पूछ रहे सवाल

- कोरोना को लेकर हो रहे अधिक सवाल

LUCKNOW: कई व्यापार मंडल द्वारा जो सेल्फ लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया गया उसकी मैं मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली इमाम ईदगाह सराहना और समर्थन करता हूं। हम लोगों से अपील करते हैं कि अभी हालात बहुत ही नाजुक हैं। संक्रमण अपने चरम पर है। बिना जरूरत अपने घरों से बिलकुल न निकलें। मास्क हर हाल में पहनें। सामाजिक दूरी का पूरा ख्याल रखें। अपने हाथ को बार बार धोते रहें। मस्जिदों में भी इन चीजों का पूरा ख्याल रखें। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। मस्जिदों में पांच ही लोग नमाज अदा करें। अपनी सेहत का ख्याल रखें।

सवाल। इस समय जिन हालात से दुनिया गुजर रही है क्या शरीअत में उनके हल के लिए कोई रहनुमाई मिलती है?

जवाब जी हां, इन हालात के सिलसिले में रसूल पाक सल्ल ने फरमया है कि जिस इलाके में ताऊन (एक दूसरे से होने वाली बीमारी) हो वहां मत जाओ और अगर तुम पहले से हो तो वहां से मत भागो इसलिए आज कल के हालात में इस हदीस पर अमल करके कोविड 19 की बीमारी से बचा जा सकता है।

सवाल। अगर कोई शख्स कोरोना पॉजिटिव निकला तो क्या वह रोजा रख सकता है?

जवाब। अगर कोई शख्स टेस्ट करने पर कोरोना पॉजिटिव निकला तो उसको रोजा नहीं रखना चाहिए

सवाल। क्या मरीज दवा से इफ्तार कर सकता है?

जवाब। खुजूर से इफ्तार करना अच्छा है। अगर न हो तो पानी से करें और पानी भी न हो तो जो कुछ भी हो उससे कर ले।

सवाल। क्या रोजे की हालत में गरम पानी की बोतल से बदन की सिंकाई की जा सकती है?

जवाब। जी हां, की जा सकती है।

सवाल। क्या शुगर के मरीज के लिए रोजा रखना जरूरी है?

जवाब। अगर वह रोजा नहीं रख सकता है तो न रखे उसके बदले फिदया अदा करें।

सुन्नी हेल्पलाइन

लोग अपने सवालात दोपहर 2 बजे से 4 बजे के दौरान इन न बरों 9415023970 9335929670, 9415102947, 7007705774, 9140427677 और

Email: ramzanhelpline.2005@gmail.com

WWW.farangimahal.in

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शिया हेल्पलाइन

सवाल। कोरोना के कारण सोशल डिस्टेंसिंग के लिए दो मीटर की दूरी से क्या नमाजे जमाअत अदा की जा सकती है?

जवाब.दो नमाजियों के बीच लगभग एक मीटर की दूरी होनी चाहिए।

सवाल.यदि किसी व्यक्ति को किसी प्रकार की बीमारी नहीं है, लेकिन अपनी कमजोरी या बुढ़ापे के कारण वह रोजा नहीं रख सकता है तो उसके लिए क्या कफ्फारा अनिवार्य है?

जवाब.यदि कमजोरी या बुढ़ापे के कारण किसी के लिए रोजा रखना मुश्किल है तो उसके लिए कफ्फारा अनिवार्य नहीं होगा।

सवाल.क्या तकलीद प्रत्येक व्यक्ति पर अनिवार्य है?

जवाब.तकलीद हर बालिग और समझदार व्यक्ति पर अनिवार्य है। यह तब है जब लड़का 15 साल का और लड़की 9 साल की हो जाए है।

सवाल युवा व्यक्ति के लिए टैटू बनवाना कैसा होता है?

जवाब मुस्लिम युवाओं के लिए यह टैटू बनवाना सही नहीं है क्योंकि वजू और गुस्ल में रूकावट बनता है।

सवाल.यदि कोई महिला अपने बच्चे को स्तनपान कराती है और वह रोजा नहीं रखती है तो क्या उसको कफ्फारा देना होगा?

जवाब .यदि स्तनपान कराने वाली महिला रोजा नहीं रखती है तो उसे कफ्फारा नहीं देना होगा बल्कि उसे फिदया देना होगा।

शिया हेल्पलाइन

महिलाओं के लिए हेल्प लाइन नंबर 6386897124 है जबकि शिया हेल्प लाइन के लिए सुबह 10.12 बजे तक 9415580936. 9839097407 नंबर पर संपर्क करें।