- एक्सपर्ट बोले, सही मास्क लगाकर ही हम बच सकते हैं कोरोना संक्रमण से
LUCKNOW: कोरोना से बचाव के लिए डॉक्टर्स सोशल डिस्टेंसिंग संग मास्क और सेनेटाइजर के यूज पर जोर दे रहे हैं। यही कारण है कि मास्क की डिमांड काफी बढ़ गई है। बाजार में कई तरह के मास्क मिल रहे हैं। इनमें से कई ऐसे भी हैं जो कोरोना संक्रमण को रोकने में कारगर नहीं हैं। आइए जानते हैं कोरोना संक्रमण से बचने के लिए हमें किस तरह के मास्क का यूज करना चाहिए और मास्क लगाते और उतारते समय क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। पेश है अनुज टंडन की रिपोर्ट
असली और नकली मास्क की पहचान
सिविल अस्पताल के चीफ फार्मासिस्ट सुनील यादव ने बताया कि एन 95 के कोई तय मानक नहीं हैं, लेकिन हमें कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए।
- ये मास्क अच्छी कंपनी का हो और मास्क पर कंपनी का मोनोग्राम लगा हो।
- मास्क पहनने के दौरान ऊपर या नीचे से हवा न निकले
- थ्री लेयर मास्क में तीन पर्त होती हैं। मास्क के आगे वाले हिस्से में तीन मुड़ी पर्त और अंदर की ओर दो मुड़ी लेयर होती हैं।
- असली मास्क में जोर से फूंकने पर हवा मास्क से पास नहीं होती है।
कौन सा मास्क, कितना कारगर
एन 95 मास्क
मुंह और नाम को आसानी से कवर करने वाला यह मास्क कोरोना से बचाव में बेहद कारगर है। बारीक से बारीक कण को भी यह मुंह और नाक में जाने से रोकता है। इसे ज्यादा देर तक लगाने से चक्कर आने का खतरा रहता है, इसलिए मेडिकल स्टाफ के लिए ही यह ठीक है। इसे 6 घंटे से अधिक नहीं पहनना चाहिए। एक बार पहनने के बाद इसका दोबारा यूज भी न करें।
सर्जिकल मास्क
यह वायरस से बचाव में 95 फीसद तक कारगर माना जाता है। धूल और बैक्टीरिया से भी यह बचाव करता है। इस समय इस मास्क का यूज करना बेहतर है।
एक्टिवेट कार्बन मास्क
इस मास्क को स्मैल रोकने के लिए यूज में लाया जाता है। यह वायरस से बचाने में कारगर नहीं है। यह केवल बैक्टीरिया और धूल को रोकता है। इस समय इसका यूज करना ठीक नहीं है।
कपड़े वाला मास्क
कपड़े वाले मास्क को दोबारा यूज किया जा सकता है, इसलिए इसका खूब यूज हो रहा है। हालांकि इसके लिए कपड़ा अच्छी क्वॉलिटी का होना चाहिए। मास्क ऐसा होना चाहिए जिससे मुंह, नाम और ठुड्डी पूरी तरह ढक जाए।
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मास्क पहनना कब है जरूरी
- बुखार, खांसी या जुकाम हो तो मास्क जरूर पहनें
- जब कोरोना संक्रमित या क्वारेंटाइन लोगों के पास जाएं
- भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाकर ही जाएं
- हॉस्पिटल में बिना मास्क के न जाएं
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इसका भी रखें ध्यान
- मास्क पहनने से पहले हाथ सेनेटाइज करें
- मुंह और नाक को मास्क से ठीक से कवर करें
- चेहरे और मास्क के बीच हवा आने की जगह न हो
- मास्क को बार-बार न छुएं
- मास्क को गर्दन पर जरा भी न लटकाएं
- सिंगल यूज मास्क का दोबारा यूज न करें
- मास्क गीला या ढीला हो जाए तो उसका यूज न करें
- हर छह घंटे के बाद बदल दें मास्क
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ऐसे करें मास्क डिस्पोज
- मास्क हटाते समय उसे सामने से ना छुएं
- मास्क हमेशा बगल या पीछे से पकड़ कर हटाएं
- मास्क उतारने के बाद डस्टबिन में डालें
- मास्क डिस्पोज करने के बाद हाथ सेनेटाइज करें
- कपड़े वाले मास्क को गर्म पानी में साबुन खोलकर धोएं
- मास्क को कम से कम 6 घंटे धूप में सुखाएं
- कभी भी मास्क रोड या खुले में न फेकें
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इस समय सर्वाधिक डिमांड एन 95 और सर्जिकल मास्क की है। एन 95 मास्क सिर्फ हेल्थ वर्कर या कोरोना मरीजों के संपर्क में आने वालों को पहनना चाहिए। आम लोग सर्जिकल या थ्री लेयर मास्क का यूज कर सकते हैं। मास्क सिर्फ मेडिकल स्टोर या प्रमाणिक दुकानों से ही लेना चाहिए।
डॉ। शीतल वर्मा, माइक्रोबायोलॉजिस्ट, केजीएमयू