लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए की ओर से नए सिरे से आवासीय एरिया में अवैध तरीके से संचालित हो रहे कॉमर्शियल निर्माणों को सामने लाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए जोनवार टीमों का गठन किया गया है, जो प्राधिकरण क्षेत्र में आने वाले एरिया में जाकर अवैध कॉमर्शियल निर्माणों को चिन्हित करेगी। इसके साथ ही उन्हें नोटिस जारी करके निर्माण कार्य भी रुकवाएगी।

लोगों की जिंदगी खतरे में

आवासीय एरिया में कॉमर्शियल निर्माणों को संचालित होने से लोगों की जिंदगियां खतरे में पड़ जाती है। उदाहरण के लिए चिनहट स्थित आरा मशीन में भीषण आग लग गई थी। जहां पर आरा मशीन थी, उसके आसपास आवासीय निर्माण भी थे। इससे पहले ऐशबाग में भी कई बार प्लाईवुड फैक्ट्री या अन्य फैक्ट्रियों में आग लगने के मामले सामने आ चुके हैैं। ऐसे मामलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसे ध्यान में रखते हुए ही अवैध कॉमर्शियल निर्माणों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी गई है। जिससे लोगों की जिंदगियों पर मंडरा रहे खतरे को समाप्त किया जा सके।

इस तरह बनेगी सर्वे रिपोर्ट

एलडीए की ओर से देखा जाएगा कि कॉमर्शियल निर्माण किस तरह का हो रहा है। उसका भू उपयोग क्या है। अगर आवासीय में कॉमर्शियल का यूज हो रहा होगा तो तत्काल प्रभाव से उस पर एक्शन लिया जाएगा। इसके साथ ही यह भी देखा जाएगा कि अगर नक्शे के विपरीत निर्माण हो रहा है तो भी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही निर्माणकर्ता पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। जोनवार सर्वे रिपोर्ट बनाए जाने के बाद उसे वीसी के पास भेज दिया जाएगा। जिसके बाद वीसी के निर्देश पर सीलिंग या ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।

पहले अपनी योजनाओं में

एलडीए की ओर से पहले अपनी योजनाओं जैसे कानपुर रोड, गोमतीनगर, गोमतीनगर विस्तार, जानकीपुरम और जानकीपुरम विस्तार में यह सर्वे कराया जाएगा। जल्द ही शुरू होने जा रहे सैटेलाइट सर्वे में भी इस बिंदु को शामिल किया जाएगा। जिससे अवैध निर्माणों की सही स्थिति सामने आ सके। इसके साथ ही आवासीय अवैध निर्माणों के खिलाफ भी एलडीए की ओर से कार्रवाई की जाएगी, इसके लिए भी सैटेलाइट सर्वे को केंद्र बिंदु में रखा जाएगा। अभी तक एलडीए की ओर से 500 से अधिक अवैध निर्माण चिन्हित किए गए हैैं, जिनके खिलाफ सीलिंग और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

रो हाउसेस पर भी एक्शन

एलडीए की ओर से अवैध तरीके से निर्मित रो हाउसेस के खिलाफ भी एक्शन लिया जा रहा है। अभी तक 200 से अधिक अवैध निर्माण चिन्हित किए जा चुके हैैं, जबकि अगले दो महीने के अंदर 100 के करीब अन्य अवैध निर्माणों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। एलडीए की टीमों की ओर से आउटर एरिया में सर्वे करके अवैध तरीके से बन रहे रो हाउसेस को चिन्हित किया जा रहा है और उनकी अलग से रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है।

अगर कहीं भी अवैध निर्माण हो रहा है तो तत्काल प्रभाव से उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। आवासीय में कॉमर्शियल यूज अवैध तरीके से न हो, इसके लिए सर्वे कराया जा रहा है।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए