लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) ने ए प्लस ग्रेड दिया है। यह घोषणा मंगलवार को बैठक के बाद की गई, जबकि वर्ष 2017 में केजीएमयू को ए ग्रेड हासिल हुआ था। इस लिहाज से संस्थान ने अपनी ग्रेडिंग में सुधार किया है।

इनमें मिले सर्वाधिक मार्क्स

नैक द्वारा ओवरऑल मानकों पर कसने के बाद कई बातों पर सर्वाधिक मार्क्स दिए हैं। केजीएमयू में गंभीर मरीजों को इलाज मुहैया कराया जा रहा है। ज्यादातर जांचें केजीएमयू में ही हो रही हैं। यहां की पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी समेत दूसरी लैब बेहद एडवांस हैं। इसका लोहा नैक टीम ने भी माना, जिसमें टीम द्वारा पूरे माक्र्स दिए गए हैं। इसके अलावा जबसे डॉ। बिपिन पुरी वीसी बने हैं, उन्होंने लगातार सुधार का काम किया है। कई नए कोर्स, विभाग शुरू हुए और सीटों में बढ़ोतरी हुई है। जिसको देखते हुए गवर्नेंस और लीडरशिप में भी पूरे माक्र्स दिए गए हैं। साथ ही, नैक टीम को बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट की प्रक्रिया सर्वाधिक पसंद आई। उन्होंने ऐसा प्रबंधन और कहीं न देखने तक की बात कही। इस श्रेणी में भी पूरे अंक दिए गए हैं।

इसमें मिले कम मार्क्स

नैक टीम केजीएमयू की रिसर्च क्वालिटी से असंतुष्ट नजर आई। उनके अनुसार, रिसर्च उस तरह के नहीं हुए जो होने चाहिए थे। इसके अलावा नैक ने स्टूडेंट्स व उनसे जुड़ी गतिविधियों को भी मानकों से कम माना। इस श्रेणी में भी केजीएमयू को कम अंक मिले हैं। हालांकि, वीसी डॉ। बिपिन पुरी का मानना है कि हमारे यहां न केवल रिसर्च की संख्या बढ़ी है बल्कि इंटरनेशनल लेवल पर उनकी ख्याति भी है। वहीं, स्टूडेंट्स को लेकर कई तरह के प्रोग्राम और फंक्शन आदि अक्सर होते रहते हैं। इसके बावजूद कम माक्र्स मिलना आश्चर्य की बात है। हम इन फील्ड में कम मार्क्स डिजर्व नहीं करते हैं।

तीन दिन चला था निरीक्षण

केजीएमयू में 2 से 4 फरवरी के बीच नैक टीम ने निरीक्षण किया था। जहां टीम ने निरीक्षण के दौरान पेशेंट, ट्रीटमेंट मैनेजमेंट, एजुकेशन, लीडरशिप, रिसर्च, नर्सिंग, बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, लैब और ओटी से लेकर पर्यावरण व दूसरी व्यवस्थाओं को कड़े मानकों पर परखा था। आठ सदस्यीय नैक टीम की अध्यक्षता अमृतसर के गुरुनानक देव विश्वविद्यालय के वीसी डॉ। जसपाल सिंह संधू और कोऑर्डिनेटर डॉ। स्मृति नंदा समेत देश के अलग-अलग राज्यों के सदस्य शामिल थे। निरीक्षण के बाद मंगलवार को नैक की बैठक के बाद रिजल्ट घोषित कर दिया गया।

संस्थान को नैक द्वारा ए प्लस ग्रेड दिया गया है, जो अच्छी बात है। संस्थान को लगातार बेहतर करने का काम किया जा रहा है। हालांकि, जिन क्षेत्रों में कम माक्र्स मिले हैं, उनको लेकर मंथन किया जा रहा है। हमें लगता है कि जितने माक्र्स हम डिजर्व करते थे, उतने मिले नहीं हैं, जबकि हमारी पूरी टीम ने कड़ी मेहनत की थी।

-डॉ। बिपिन पुरी, वीसी, केजीएमयू