लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था रोज डिरेल हो रही है। इस समस्या के चलते कई अफसरों की बलि भी चढ़ गई है। पुलिस कमिश्नर से लेकर एसीपी व इंस्पेक्टर तक हटाए जा चुके हैं। बावजूद इसके न हालात में कोई बदलाव नहीं आ रहा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता कि महज 15 दिन में राजधानी के लोगों पर साढ़े तीन करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है, जिसमें नो पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने पर हुए चालान की संख्या सबसे ज्यादा है।

अब तो हर दिन लगता जाम

राजधानी में पहले सोमवारी जाम मशहूर था। छुट्टी के बाद पहला वर्किंग डे होने के चलते शहर में ट्रैफिक का प्रेशर कई गुना बढ़ जाता था, लेकिन अब सोमवार से लेकर शुक्रवार तक सुबह से लेकर शाम तक प्रमुख मार्गों पर जाम की स्थिति आम दिनों की तरह है। हालांकि, राजधानी की सड़कों पर विगत पांच सालों की अपेक्षा ट्रैफिक प्रेशर आठ गुना बढ़ गया है।

आधी तैयारी व स्टाफ की कमी

ट्रैफिक विभाग आधी अधूरी तैयारी व कम स्टाफ से जूझ रहा है। ट्रैफिक विभाग में जितना नियतन है उससे आधा स्टाफ ही वर्तमान में है। इसके अलावा वीआईपी ड्यूटी के अलावा अन्य ड्यूटी के चलते भी स्टाफ की कमी बनी रहती है। शहर में 512 चौराहे हैं जहां पर ट्रैफिक ड्यूटी लगाई जाती है, लेकिन वर्तमान में यह संख्या न के बराबर है। केवल वीआईपी चौराहों व अति व्यस्त चौराहों पर ही ट्रैफिक ड्यूटी लगाई जा रही है। ट्रैफिक होमगार्ड वर्तमान में विभाग के लिए संजीवनी का काम कर रहे हैैं।

आईटीएमएस से चालान के आंकड़े

22 सितंबर

- 42 लाख 9 हजार रुपये का चालान

- 2406 वाहनों का चालान

- 555 वाहनों का नो पार्किंग में चालान

21 सितंबर

- 33 लाख 54 हजार रुपये का चालान

-1847 वाहनों का चालान

- 396 वाहनों का नो पार्किंग का चालान

20 सितंबर

- 34 लाख 54 हजार 500 रुपये का चालान

- 1851 वाहनों का चालान

- 512 वाहनों का नो पार्किंग का चालान

19 सितंबर

- 31 लाख 50 हजार रुपये का चालान

- 1623 वाहनों का चालान

- 375 वाहनों का नो पार्किंग का चालान

18 सितंबर

- 32 लाख 75 हजार 500 रुपये का चालान

- 1603 वाहनों का चालान

- 393 वाहनों का नो पार्किंग का चालान

17 सिंतबर

- 31 लाख 59 हजार रुपये का चालान

- 2112 वाहनों का चालान

- 597 वाहनों का नो पार्किंग का चालान

16 सितंबर

- 37 लाख 54 हजार 100 रुपये का चालान

- 2002 वाहनों का चालान

- 473 वाहनों का नो पार्किंग का चालान

14 सितंबर

- 35 लाख 25 हजार 500 रुपये का चालान

- 1851 वाहनों का चालान

- 369 वाहनों का नो पार्किंग का चालान

12 सितंबर

- 40 लाख 40 हजार रुपये का चालान

- 2535 वाहनों का चालान

- 855 वाहनों का नो पार्किंग का चालान

11 सिंतबर

- 37 लाख 60 हजार रुपये का चालान

- 2267 वाहनों का चालान

- 760 वाहनों का नो पार्किंग का चालान

10 सितंबर

- 37 लाख 8 हजार रुपये का चालान

- 2537 वाहनों का चालान

- 905 वाहनों का नो पार्किंग का चालान

9 सितंबर

- 36 लाख 25 हजार 500 रुपये का चालान

- 2315 वाहनों का चालान

- 625 वाहनों का नो पार्किंग का चालान

8 सितंबर

- 36 लाख 24 हजार 500 रुपये का चालान

- 2382 वाहनों का चालान

- 696 वाहनों का नो पार्किंग का चालान