लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी में बड़ी संख्या में छात्र पॉजिटिव आए हैं। छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो। पूनम टंडन और कुलसचिव डॉ। विनोद कुमार सिंह ने बताया कि हॉस्टल मे रहने वाले स्टूडेंट्स को सभी सुविधाएं देने का प्रयास हो रहा है। उनकी सेहत का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। उन्हें बाकी स्टूडेंट से अलग रखा जा रहा है। संक्रमितों के कमरे में दवा और भोजन की व्यवस्था की गई है।

30 को हॉस्टलों में रहने की अनुमति
गुरुवार को विभिन्न हॉस्टलों में 50 से अधिक स्टूडेंट कोरोना पॉजिटिव मिले थे। एलयू ने 30 छात्रों को हॉस्टल में रहने की अनुमति दी है। इसमें से 20 स्टूडेंट लाल बहादुर शास्त्री हॉस्टल, 5 महम्मूदाबाद हॉस्टल और 4 स्टूडेंट हबिबुल्ला हॉस्टल में रहेंगे।

विदेशी छात्रों के लिए बनी समिति
आचार्य नरेंद देव अंतरराष्ट्रीय हॉस्टल में 48 विदेशी स्टूडेंट रहते हैं। वहां पर एलयू ने स्वास्थ समिति का गठन किया है। समिति के सदस्य हॉस्टल के सभी छात्रों का दिन में दो बार ऑक्सिजन लेवल, पल्स और तापमान चेक कर रहे हैं।

हॉस्टल से बाहर निकलने पर रोक
प्रो। पूनम टंडन ने बताया कि स्टूडेंट्स के हॉस्टल से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गयी है। हॉस्टलों में सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है। स्टूडेंट्स से अपील की गई है कि ऑनलाइन क्लास चल रही है, ऐसे में वे घर चले जाएं। गुरुवार को जिन स्टूडेंट्स की जांच की गई थी, उनकी रिपोर्ट आना बाकी है। छात्र कल्याण अधिष्ठाता ने बताया कि यूनिवर्सिटी की डिस्पेंसरी में सुबह आठ बजे से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी गयी है।


सभी हॉस्टल में क्वारेंटाइन सेंटर
सभी हॉस्टलों के कॉमन रूम को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। निवेदिता हॉस्टल में असिस्टेंट प्रोवोस्ट के घर में क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। यहां आधा दर्जन छात्राओं की रहने की व्यवस्था है। वहीं बताया गया है कि कैलाश हॉस्टल में भी कई स्टूडेंट्स में कोरोना के लक्षण हैं। उनकी आरटीपीसीआर जांच कराई जा रही है। इसे देखते हुए बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स घर चले गए हैं।

हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स को सभी सुविधाएं देने का प्रयास हो रहा है। उनकी सेहत का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। संक्रमित स्टूडेंट्स को दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
डॉ। दुर्गेश श्रीवास्तव, प्रवक्ता, लखनऊ यूनिवर्सिटी