लखनऊ (ब्यूरो)। लंबे समय के बाद ऐसी कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को राहत मिलने जा रही है, जो सालों पहले विकसित तो हो गईं लेकिन अभी तक उन्हें किसी वार्ड में जगह नहीं मिल सकी। निगम के रिकॉर्ड में दर्ज न होने के कारण इन कॉलोनियों में विकास कार्य भी नहीं हुए। नए परिसीमन में ऐसी कॉलोनियों को राहत मिलती दिख रही है। संभावना है कि ऐसी कॉलोनियों को नजदीकी वार्ड में जगह दी जाएगी। निगम में शामिल होते ही इन कॉलोनियों में विकास कार्य शुरू हो जाएंगे।

नए क्षेत्रों में विकसित हुई हैं

हम बात कर रहे हैैं, उन कॉलोनियों की, जो शहर के नए क्षेत्रों में डेवलप हुई हैैं और अब घनी बस्ती बन चुकी हैं। इसके बाद भी यहां सफाई, रोड लाइट, पीने के पानी की सुविधाओं की कमी है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट न कई बार इन कॉलोनियों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया है।

इन कॉलोनियों को मिल सकता वार्ड

अभी तक जो जानकारियां सामने आई हैं, उसके अनुसार इस्माइलगंज सेकंड वार्ड में कई उन कॉलोनियों को शामिल किया जा सकता है जो फैजाबाद रोड के किनारे बनी हैं। इनमें सबसे विकसित कॉलोनी दयाल रेजीडेंसी है। इस कॉलोनी को बसे हुए 20 साल से अधिक हो चुके हैैं लेकिन यह पूरी तरह से निगम क्षेत्र में शामिल नहीं हो सकी है।

शासन को भेजी गई रिपोर्ट

परिसीमन संबंधी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की जा सकती, इसकी वजह से अभी रिपोर्ट को लेकर पूरी तस्वीर साफ नहीं हुई है लेकिन इतना तय है कि राजधानी में कोई नया वार्ड नहीं होगा। यह भी स्पष्ट है कि 88 गांवों को भी परिसीमन में शामिल किया गया है और इन्हें जोन के हिसाब से वार्डों में शामिल किया जाएगा।

विकास संबंधी चुनौती भी बढ़ेगी

नए परिसीमन से साफ है कि निगम के वार्डों की संख्या तो बढ़ेगी नहीं लेकिन दायरा बढ़ जाएगा। ऐसे में निगम प्रशासन के सामने विस्तारित क्षेत्रों में डेवलपमेंट कराना बड़ी चुनौती होगी। वर्तमान समय में निगम की वित्तीय स्थिति बेहतर नहीं है। इसकी वजह से अभी वार्डों में विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैैं, ऐसे में जब नए क्षेत्र वार्डों में शामिल होंगे तो विस्तारित क्षेत्रों में विकास कराना कैसे संभव होगा। राहत की बात यह है कि हाल में आयोजित सदन में शहर सरकार ने 88 गांवों में विकास कार्य के लिए 44 करोड़ स्वीकृत किए हैं।

शासन लेगा अंतिम निर्णय

परिसीमन संबंधी जो रिपोर्ट शासन के पास भेजी गई है, उस पर अंतिम निर्णय शासन की ओर से लिया जाएगा। इसके बाद ही परिसीमन संबंधी तस्वीर साफ होगी।