- कोरोना संबधित शिकायतों के लिये शहर में लगेंगे 1200 ड्रॉप बॉक्स

-सीएचसी के नोडल ऑफिसर करेंगे निगरानी

- हर सीएचसी में तैनात होंगी 10-10 सर्विलांस टीमें

LUCKNOW : कोविड-19 से निपटने में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिये अब जिला प्रशासन लोगों से सीधे संवाद करेगा। जिस किसी को भी कोरोना से संबंधित किसी भी तरह की शिकायत हो, वह सीधे अपनी शिकायत प्रशासन को पहुंचा सकेगा। इसके लिये जिला प्रशासन शहर में 1200 ड्रॉप बॉक्स लगवाएगा। इनमें आने वाली शिकायतों की निगरानी सीएचसी के नोडल ऑफिसर के जिम्मे होगी। इसके अलावा लोग अपने सुझाव भी इस ड्रॉप बॉक्स में डाल सकेंगे।

हर सीएचसी एरिया में 100 ड्रॉप बॉक्स

डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि कोविड-19 को काबू करने के लिये जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी ताकत से जुटा हुआ है। मरीजों की घटती संख्या के रूप में इसके बेहतर परिणाम भी सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि, अभी इस पर काम लगातार जारी रखा जाएगा। इसी के तहत कोरोना से संबंधित शिकायतों के लिये हर सीएचसी में सेक्टर वार 100 ड्रॉप बॉक्स लगवाए जाएंगे। इसमें आम लोग अपनी शिकायतों के साथ-साथ इससे बेहतर तरीके से कैसे निपटा जाए, इसे लेकर सुझाव भी दे सकेंगे।

हर सीएचसी में 10 सर्विलांस टीमें

डीएम ने बताया कि सर्विलांस टीमों द्वारा किये जा रहे ट्रेसिंग और टेस्टिंग के काम में और तेजी लाई जाएगी। इसके लिये हर सीएचसी में 10-10 सर्विलांस टीमें लगाकर डोर-टू-डोर सर्वे के जरिए कोविड के लक्षण वाले रोगियों को चिन्हित कर उनकी टेस्टिंग भी सुनिश्चित करायी जाएगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 686 सर्विलांस टीमें एक्टिव हैं। इसके अलावा सभी मजिस्ट्रेट अपने-अपने एरिया के कोविड हॉस्पिटल्स का निरीक्षण कर यह भी सुनिश्चित करेंगे कि कोविड हॉस्पिटल में प्रॉपर ट्राइएग एरिया की व्यवस्था है या नहीं। जिन हॉस्पिटल्स द्वारा अभी तक ट्राइएज एरिया की व्यवस्था नहीं की गयी है उनके खिलाफ एपेडमिक एक्ट के तहत कड़ी कार्यवाही करना सुनिश्चित कराएंगे।

बॉक्स

मेडिकल स्टूडेंट्स की भी लेंगे मदद

डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि सर्विलांस एक्टिविटी को और भी ज्यादा प्रभावी बनाने के लिये मेडिकल स्टूडेंट्स की भी मदद लेने के निर्देश दिये गए हैं। उन्होंने बताया कि मेडिकल पीजी स्टूडेंट्स को हर रोज दो घंटे सर्विलांस एक्टिविटी में लगाया जाएगा। इसके अलावा सभी स्कूल व कॉलेज में कोविड प्रोटोकॉल व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है या नहीं, इसे जांचने के लिये औचक निरीक्षण कराया जाएगा।