- केजीएमयू प्रशासन से जानकारी मिलने पर पुलिस कमिश्नर ने दोनों की करवाई जांच

- रिपोर्ट नेगेटिव आने पर सभी ने ली राहत की सांस

LUCKNOW: दारोगा-दीवान की लापरवाही ने हुसैनगंज पुलिस की जान सांसत में डाल दी। हुआ यूं कि कैंट में कोरोना के 31 पॉजिटिव केस मिलने के बाद शक के आधार पर चौकी इंचार्ज व हेड कॉन्सटेबल अपनी जांच कराने केजीएमयू जा पहुंचे। लेकिन, नाम-पता लिखाने के बाद दोनों हॉस्पिटल से रफूचक्कर हो गए। इस पर केजीएमयू प्रशासन ने इसकी सूचना पुलिस कमिश्नर को दी। जिसके बाद उन दोनों का टेस्ट कराया गया। रिपोर्ट नेगेटिव मिलने पर सभी ने राहत की सांस ली।

शक होने पर कराने पहुंचे थे जांच

सदर कसाईबाड़ा इलाके में 31 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद पता चला कि उनमें से एक शख्स हुसैनगंज स्थित दादा मियां की मजार आता था। पुराना किला चौकी इंचार्ज बृजेश सिंह और हेड कॉन्सटेबल करुणाशंकर राय इलाका होने की वजह से वहां आते-जाते थे। कोरोना पॉजिटिव की जानकारी मिलने पर एसआई बृजेश व हेड कॉन्सटेबल करुणाशंकर राय को शक हुआ कि उस शख्स के संपर्क में आने से कहीं वह भी कोरोना का शिकार न हो गए हों। जिसके बाद बीती रात वे दोनों कोरोना टेस्ट कराने केजीएमयू जा पहुंचे। पर, नाम-पता लिखाने के बाद वे दोनों बिना सैंपल दिये ही वहां से चले गए।

पुलिस कमिश्नर ने दिया दखल

इस पर केजीएमयू प्रशासन ने पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय को इसकी सूचना दी। जानकारी मिलने पर कमिश्नर पांडेय ने इंस्पेक्टर हुसैनगंज अंजनी कुमार पांडेय से उन दोनों का मेडिकल टेस्ट कराने को कहा। जिसके बाद उन दोनों ने केजीएमयू पहुंचकर सैंपल दिया। कयास लगाए जाने लगे कि अगर वे दोनों कोरोना पॉजिटिव मिले तो थाना व चौकी को सील कर दिया जाएगा। आशंका में हुसैनगंज पुलिसकर्मियों की जान अटक गई। दिनभर के इंतजार के बाद शाम को दोनों की रिपोर्ट नेगेटिव आई, जिसके बाद सबने चैन की सांस ली।