- थाना की पॉलीगॉन ड्यूटी में तैनात सिपाही ने लगाया इंस्पेक्टर पर आरोप

- पॉलीगॉन रजिस्टर में इंस्पेक्टर के खिलाफ लिखा तस्करा

- अफसरों की जांच में सिपाही मुकर गया

LUCKNOW: अपराधियों की कमर तोड़ने वाली और पीडितों को न्याय दिलाने वाली खाकी में खुद उसके अपने उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं। वहीं जब मामला तूल पकड़ता है तो अधिकारी बीच-बचाव कर मामले को रफा रफा कर देते हैं। ऐसा ही एक वाक्या पूर्वी सर्किल में देखने को मिला, जहां थाने में तैनात सिपाही ने बेगारी से आजिज आकर इंस्पेक्टर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उसने अपना अपना दर्द बयां करते हुए तस्करा तक डाल दिया। पहले तो थाने पर ही मामला को दबाने का प्रयास किया गया, लेकिन तस्करा के वायरल होने पर मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंच गया। इस पर सिपाही ने अधिकारी से माफी मांग ली, जिसके बाद उसे फटकार लगाते हुए हिदायत देकर छोड़ दिया गया।

इंस्पेक्टर के खिलाफ लिखा तस्करा

साहब के घर हर दिन दूध, दही व घरेलू सामान मंगवाया जाता है, जिसे मुझे पहुंचाने के लिए भेजा जाता है और न भेजने से मना करने पर परेशान किया जाता है। यह दर्द है एक सिपाही का। इसके सब्र का बांध टूटा तो उसने अपने ही थाना प्रभारी के खिलाफ तस्करा डाल दिया। थाने में इंस्पेक्टर के खिलाफ तस्करा डालने पर हड़कंप मच गया। आला अफसरों से लेकर मातहत तक सिपाही को मैनेज करने में जुट गए।

पॉलीगॉन रजिस्टर में लिखा तस्करा

सिपाही ने इंस्पेक्टर के खिलाफ पालीगॉन रजिस्टर में तस्करा लिखा। इसके बाद तस्करा वायरल हो गया। वायरल होने पर मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा और पूरे मामले की जांच शुरू की गई। कई घंटे तक इंस्पेक्टर पूरे मामले से इंकार करते रहे, लेकिन जल्द ही तस्करा की कापी सामने आने पर विभाग में हड़कंप मच गया।

सिपाही ने मानी गलती

उच्चाधिकारियों तक मामला पहुंचने पर आरोप लगाने वाले सिपाही से जवाब तलब किया गया। इस पर सिपाही ने अधिकारियों के सामने अपनी गलती मानते हुए कहा कि आवेश में आकर उसने ऐसा लिख दिया, जिसके बाद अधिकारियों ने उसे फटकार लगाते हुए दोबारा ऐसा ना करने की हिदायत दी। वहीं जब इस मामले में एसीपी मोहनलालगंज संजीव सिन्हा से जानकारी मांगी गई तो पहले वह इस पर कुछ भी कहने से बचते रहे। हालांकि बाद में उन्होंने ऐसी किसी घटना के होने से इंकार कर दिया।