लखनऊ (ब्यूरो)। अंतरिम बजट को लेकर हर सेक्टर के लोग उम्मीदें लगाए बैठे हैं। सैलरीड क्लास, महिलाओं और स्टूडेंट्स को खासतौर पर इस बजट से काफी उम्मीदें हैं। उन्हें उम्मीद है कि इस बार वित्त मंत्री इनकम टैक्स में छूट की सीमा को जरूर बढ़ाएंगी। साथ ही, विभिन्न सेविंग्स स्कीम पर ब्याज और टैक्स छूट की सीमा बढ़ाई जाये, महंगाई काबू करने के लिए उचित कदम उठाये जाएं, ताकि मिडिल क्लास को राहत मिल सके।

इनकम टैक्स स्लैब बढ़ाया जाए

सर्विस क्लास का कहना है कि बजट में इनकम टैक्स स्लैब रेट बढ़ाया जाए, ताकि वे कुछ बचत कर सकें। वहीं, सेविंग्स में ब्याज बढ़ाया जाए, ताकि अपनी सैलरी से सेविंग्स करने वाले और रिटायर हो चुके लोग आसानी से एक्स्ट्रा कमाई कर सकें। इससे उनको अपना घर चलाने में आसानी हो, क्योंकि महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी के लिए इसपर लगने वाले टैक्स को कम किया जाना चाहिए। मिडिल क्लास कई बार एजुकेशन लोन लेकर बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाता है। ऐसे में, उनके ऊपर पड़ने वाले बोझ को कम करने के लिए एजुकेशन लोन की ब्याज दर कम की जानी चाहिए या फिर जीरो ब्याज की सुविधा मिलनी चाहिए।

कपड़े और ज्वेलरी सस्ती हो

वहीं, महिलाओं की मांग है कि बजट में कपड़ा, ज्वेलरी व कॉस्मेटिक्स आदि सस्ता होना चाहिए। इसके अलावा, गैस सिलेंडर के दाम कम होने चाहिए। घर के बजट का एक बड़ा हिस्सा इसपर खर्च होता है। इसके अलावा, महिलाओं को रजिस्ट्री और इनकम टैक्स में अधिक छूट मिलनी चाहिए, ताकि वे अधिक से अधिक बचत कर सकें।

हेल्थ सेक्टर काफी बूम कर रहा है। ऐसे में, हेल्थ का बजट बढ़ाना चाहिए। खासतौर पर आयुष्मान योजना का दायरा बढ़ाना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को राहत मिले। साथ ही, हेल्थ पॉलिसी की छूट सीमा को बढ़ाया जाना चाहिए।

-डॉ। प्रतीक चंद्रा, मेडिकल प्रोफेशनल

होम लोन पर ब्याज दर कम की जाए और नौकरीपेशा मिडिल क्लास पर कोई नया टैक्स न लगाया जाए। एजुकेशन सस्ती करने और मेडिकल सुविधाएं बढ़ाए जाने की जरूरत है।

-कमांडर सुमित घोष, डिफेंस एक्सपर्ट

कपड़ा, ज्वेलरी और कॉस्मेटिक्स आदि सस्ता होना चाहिए। महिलाएं इसपर सबसे ज्यादा खर्च करती हैं। उम्मीद है कि वित्त मंत्री महिलाओं का ध्यान रखेंगी।

-पुष्पा मिश्रा, हाउसवाइफ

बजट में सरकार को इनकम टैक्स कम करना चाहिए। साथ ही, सेविंग्स पर ब्याज दरों को बढ़ाया जाए। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें कम दर पर लोन दिया जाए।

-ममता श्रीवास्तव, हाउसवाइफ

एजुकेशन लोन में छूट की सुविधा होनी चाहिए। साथ ही, निवेश में छूट की सीमा को बढ़ाना चाहिए। महंगाई काफी बढ़ गई है। इसे कम करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।

-सार्थक गुप्ता, स्टूडेंट

पढ़ाई पर काफी खर्चा होता है। इसे कम करना चाहिए। खासतौर पर हायर एजुकेशन को सस्ता करना चाहिए। एजुकेशन लोन पर जीरो पर्सेंट ब्याज होना चाहिए।

-अली अब्बास, स्टूडेंट