लखनऊ (ब्यूरो)। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर लखनऊ में राजभवन में योग किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि योग एक छोटी सी व्यवस्था से बड़े आयाम की ओर हम सबको ले जाने का काम करता है। यदि शरीर स्वस्थ है, तो धर्म के सभी साधन स्वयं सफल होते जाएंगे, लेकिन यदि शरीर आरोग्य नहीं है तो धर्म का कोई भी साधन सफल नहीं हो सकता। नियमित योगाभ्यास करने वाले व्यक्तियों पर बुढ़ापे एवं रोग का असर नहीं पड़ता। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि योग कार्यक्रम में 3.5 करोड़ लोगों के शामिल होने लक्ष्य के विपरीत करीब पांच करोड़ लोग कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम मानवता के लिए योग है। उन्होंने कहा कि दुनिया के 200 से अधिक देश अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग से जुड़कर भारत की ऋ षि परम्परा और विरासत के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि योग हमारी विरासत पर हम सबको गौरवान्वित होने का एक माध्यम है।

योग का पहला नियम अनुशासन है

सीएम ने कहा कि योग का पहला नियम अनुशासन है। योग हमें अनुशासन में बांधकर निरोगता और शारीरिक एवं मानसिक विकास की ओर लेकर जाता है। योग से स्वस्थ शरीर को प्राप्त किया जा सकता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को योग से जुडऩा चाहिए। योग मानवता के कल्याण का माध्यम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण लगभग दो वर्ष बाद सामूहिक योग के इस प्रकार के कार्यक्रम दोबारा शुरू हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सौभाग्य है कि हम सब देश की आजादी के 75वें वर्ष के उत्सव के सहभागी हैं। प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में मानवता के लिए योग के लक्ष्य को पूरा कर रही है।

75 हजार से अधिक स्थानों पर योग

कोरोना महामारी, युद्ध की विभीषिका, अन्तर्कलह, भौतिकता के पीछे भागती मानवता की संकीर्ण सोच जैसे भावों को दुनिया बहुत नजदीक से महसूस कर रही है। इन विपरीत परिस्थितियों में भी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन एवं आह्वान में आज देश में 25 करोड़ योग साधक यौगिक क्रियाएं सम्पन्न कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से राज्य के 75 हजार से अधिक स्थानों पर योग के कार्यक्रम हुए हैं। इनमें जनप्रतिनिधियों, आयुष विभाग, शासन-प्रशासन के अधिकारियों ने एक संकल्प के साथ मिलकर योग किया है। 75 हजार से अधिक स्थानों पर एक साथ योग के कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पन्न हो रहे हैं, इसमें 3.5 करोड़ लोगों के लक्ष्य से अधिक लगभग 5 करोड़ लोग शामिल हुए।

आमजन के लिए खोले राजभवन के द्वार

प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को 8वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राजभवन में योग किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने घोषणा की कि राजभवन के द्वार रोज सुबह 5 बजे से 7 बजे तक टहलने और योग करने वालों के लिए खुले रहेंगे। वह आएं और राजभवन के बड़े पार्क में योग करें। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पहले कह चुकी थीं कि राजभवन के द्वार आम लोगों के लिए खुलने चाहिए। उन्होंने इस पर अमल करते हुए कहा कि योग हमारे ऋ षि-मुनियों का प्रसाद है। पहले योग केवल हमारे देश तक सीमित था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे विश्व को योग से परिचित कराया। कोरोना महामारी में हम सभी को अहसास कराया है कि हमारे जीवन में स्वास्थ्य का कितना अधिक महत्व है और योग इसमें कितना बड़ा योगदान निभा रहा है। राज्यपाल ने कहा कि आज का दिन एक ऐतिहासिक है। प्रधानमंत्री ने मानवता के लिए योग का आह्वान किया है। हम सभी को मिलकर मानवता की रक्षा के लिए कार्य करने होंगे।